कोरोना महामारी के चलते परिवार की जीविका चलाने के लिए महानगरों का रुख करने वाले मजदूरों के सामने अब भी रोजगार का संकट खत्म नहीं हुआ है और उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
चंद्रपुर में काम कर रहे करीब आधा दर्जन से अधिक मजदूरों की कोरोना महामारी ने रोजगार छीन लिया परिवार के साथ बांस बुक डिपो में काम कर रहे का काम बंद होने के कारण घर लौटने के अलावा इनके पास और कोई चारा नहीं बचा लेकिन पैसों की तंगी के चलते मजदूरों के द्वारा करीब 70 किलोमीटर का पैदल ही सफर किया गया और काफी जद्दोजहद के बाद वे बालाघाट पहुंचे।
पद्मेश न्यूज़ टीम से चर्चा के दौरान मजदूरों ने बताया कि बांस डिपो में काम बंद हो जाने के चलते उनके पास रोजगार का कोई साधन नहीं बचा वही जो भी पैसा बांस कूप के मालिक के द्वारा दिया गया वह भी खत्म हो गया जिसके कारण उन्होंने पैदल ही गांव पहुंचने का फैसला लिया और जैसे-जैसे वे बालाघाट पहुंचे हैं।