बे मौसम बरसात के साथ ही जंगली जानवरों के आतंक से फसल बर्बाद होने का सिलसिला बदस्तूर जारी है। बीते एक सप्ताह से जहां मौसम का मिजाज बिगड़ा है वही दूसरी और जंगली सूअर के आतंक से किसान की फसल और बर्बाद हो रही है। यह मामला कोपे, तुमाड़ी, नेवरगॉव सहित अन्य ग्राम में निवासरत किसानो की है। जिनके द्वारा राजस्व विभाग, कृषि विभाग व वन विभाग को सूचना दी जा चुकी है मगर उनकी समस्या का हल नही हो रहा है। न तो कोई सर्वे कर रहा है और ना हि कोई विभाग उनकी सुध ले रहा है।
चना, गेहूॅ व सरसो की फसल हुई बर्बाद – प्रदीप
पद्मेश से चर्चा करते हुये नेवरगॉव के किसान प्रदीप गौतम ने बताया कि उनके द्वारा करीब डेढ़ एकड़ में चना व सरसो की फसल लगाई गई थी। साथ ही कुछ एकड़ में गेहूॅ की फसल लगाई गई थी। मगर सभी फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। मौसम की वजह से गेहूॅ की फसल बर्बाद हुई है वही जंगली जानवार की वजह से भी फसल पर प्रभाव पड़ा है। जंगली सूअर ने पूरी फसल को बर्बाद कर दिया है। हमारे द्वारा इसकी शिकायत बकायद ा संबंधित विभाग को कर दी गई है मगर हमे किसी प्रकार की राहत नही मिली है।
कोई भी विभाग नही दे रहा ध्यान – सुनिल
इसी तरह किसान सुनिल गौतम ने पद्मेश को बताया कि जंगली सूअर के आतंक से हम किसान लोग काफी परेशान है। हमने खेत में गेहूॅ के अलावा, चना व सरसो लगाई थी कुछ फसल मौसम ने बर्बाद कर दी तो कुछ फसल को जंगली सूअर ने चर लिया है। हमारे कोपे, नेवरगॉव में न तो कोई पटवारी आता है और ना ही ग्राम सेवक। कई बार शिकायत कर चुके है मगर किसी प्रकार का कोई हल नही निकला है। हम सबसे ज्यादा जंगली सूअरो के आतंक से परेशान है।
जंगली सूअर बने सिरसर्द – जितेन्द्र
वही जितेन्द्र गौतम किसान ने पद्मेश को बताया कि जंगली जानवरो की समस्या से हम लोग हर वर्ष परेशान रहते है। इस मर्तबा भी गेहूॅ व चना एवं सरसो की फसल को इनके द्वारा बर्बाद कर दिया गया है वही रही कसी कमर मौसम ने तौड़ दी है। मगर हम लोगों को किसी प्रकार की राहत शासन प्रशासन से अभी तक नही मिली है। वन विभाग को भी सूचित किया जा चुका है लेकिन वन विभाग ने भी जंगली सूअर पकडऩे की कोई मुहिम नही चलाई है ऐसे में हम किसानों को लिये बारिश व जंगली सूअर एक प्रकार से सिरदर्द बने हुये है।










































