नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण अंचलों में रविवार को दोपहर २ बजे के बाद करीब एक घंटे तक झमाझम बारिश हुई और रूक-रूक बारिश का क्रम जारी है साथ ही बे-मौसम बारिश के चलते किसानों के खेत में पककर तैयार धान की खड़ी फसल खराब हो रही है जिससे किसान चिंतित नजर आ रहे है। बरसात का मानसून समाप्त होने के बाद भी बारिश का दौर जारी है जिससे किसानों को खासा परेशानी हो रही है और वर्तमान में किसानों की हल्की प्रजाति की धान की फसल पककर तैयार हो चुकी है जिसे कुछ किसानों ने काट लिया है तो कुछ अभी काटने की तैयारी में परंतु बे-मौसम बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। जिन किसानों की फसल कट चुकी है वे पानी में भीगनें से खराब हो रही है वहीं जो फसल खड़ी है उसमें करपा सहित अन्य बीमारी का प्रकोप बढऩे की संभावना बनी हुई है अगर बारिश ऐसे ही होते रही तो किसानों की पकी हुई फसल बर्बाद हो जायेगी। साथ ही जिन किसानों के खेतों में फसल कट चुकी है उनके खेतों मेें जलभराव होने के कारण फसल खराब हो जायेगी जिसे समर्थन मूल्य में भी नही खरीदा जायेगा जिसे किसानों को आर्थिक नुकसान होगा। विदित हो कि सितम्बर माह में बारिश की वजह से फसलों में विभिन्न तरह की बीमारियों का प्रकोप चल रहा था जिसे किसान ने जैसे तैसे कीटनाशक दवाईयों का छिड़काव कर फसलों को सुरक्षित किया था और अब जब किसानों की फसल पककर तैयार है तो बारिश उसे बर्बाद कर रही है जिससे किसान बेहद परेशान नजर आ रहे है और बारिश ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।