एक ओर शासन प्रशासन द्वारा वर्षों से सरकारी भूमि पर निवास करने वाले लोगों को पट्टे देकर प्रधानमंत्री आवास सहित अन्य शासकीय योजना का लाभ दिए जाने का दावा किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर जिला मुख्यालय सहित समस्त तहसील व ऐसे कई ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां अब भी वर्षों से निवास करने वाले गरीबों को आवासीय पट्टे नहीं मिल पाए हैं। जिसके चलते उन्हें शासन प्रशासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जो पट्टे की मांग को लेकर पिछले कई वर्षों से शासकीय कार्यालयों के चक्कर काटते नजर आ रहे हैं लेकिन उन्हें आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिल रहा है।इसी कड़ी में वारासिवनी वार्ड नंबर 01 कालोनी में निवास करने वाले बैगा समुदाय के लोगो ने कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौंपकर आवासीय पट्टा,व पीएम आवास योजना का लाभ दिए जाने की मांग की।
अब बीएसएनल जमीन से कर रहा बेदखल
विशेष जनजाति बैगा परिवारों का आरोप है कि करीब 42 परिवार के 200 से अधिक लोग सरकारी भूमि पर अपने झोपड़ी बनाकर निवास कर रहे हैं। सरकार ने आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड, वोटिंग कार्ड, सड़क, बिजली, पानी सहित अन्य प्रकार की सुविधा दी है।उसी जगह के एड्रेस पर उनके तमाम शासकीय दस्तावेज बने हुए हैं अब इन वक्त पर बीएसएनएल बैग परिवारों को जगह खाली करने बोल रही है। बीएसएनल का दावा है कि जिस जगह पर बैगा परिवार रह रहे हैं वह जगह बीएसएनएल की है और बीएसएनएल युक्त भूमि को खाली करने की बात कह रहा है।जिसको लेकर बैंगा समुदाय में काफी आक्रोश है जिन्होंने किसी भी कीमत पर उक्त भूमि को खाली नहीं किए जाने की बात कही है।
चाहे कुछ नही हो जाए हम उस जगह से नही हटेंगे-
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान बैंगा महिला मुन्नीबाई वरकड़े और बुजुर्ग सुरेश उईके ने बताया कि वह बैग समुदाय से आते हैं और भीख मांग कर अपना जीवन यापन करते हैं उनके पास रोजगार का और कोई साधन नहीं है वे वारासिवनी के वार्ड 01 कॉलोनी में लगभग 40 से 42 परिवार, 20 वर्षो से यहां निवास कर रहे है और अब बीएसएनएल विभाग, उन्हें, यहां से हटाने की बात कर रहा है। उन्होंने बताया कि हमारे पीछे यहां बसने वाले अन्य लोगों को पट्टा दे दिया गया और वह पक्के मकान बनाकर रह रहे है लेकिन हमारे कई बार आवेदन किए जाने के बावजूद, आज तक प्रशासन ने हमें पट्टा प्रदान नहीं किया है। जबकि हमारे पास, आधार कार्ड, वोटिंग कार्ड बना है। जिन्हें अब बीएसएनएल वाले उन्हें हटाने की मांग कर रहे है। हमारी मांग है कि हमें आवासीय पट्टे प्रदान कर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिलाया जाए। वहीं उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि चाहे कुछ भी हो जाए वह उक्त स्थान से नहीं हटेंगे।