आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को आमजन से रूबरू कराने के लिए नगर के शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय मैदान में 70 लाख रुपय के बजट से आदि रंग कार्यक्रम का आयोजन प्रशासनिक लिहाज से पूरी तरह सफल हुआ इस आयोजन में बैगा आदिवासी के जमीनी स्तर का चित्रण करने विभिन्न प्रस्तुति भी दी गई लेकिन जिले के अधिकांश बैगा आदिवासियों को हाईटेक कार्यक्रम की भनक तक नहीं लग पाई। या कहे कि जिले के आदिवासी कलाकरो को शामिल होने का मौका नही दिया गया।
आपको बताये की ऐसे में कार्यक्रम किस तरह सफल हुआ यह तो प्रशासनिक तंत्र ही बता सकता है जब बैगा आदिवासी समुदाय के लोगों से इस हाईटेक कार्यक्रम के संदर्भ में जानकारी ली गई तो उन्होंने बताया कि इस तरह के कार्यक्रम का उन्हें कोई भी जानकारी नहीं है और ना ही उन्हें इस कार्यक्रम को लेकर प्रशासनिक तौर पर इस बात की जानकारी तक नही दी गई। और ना ही उन्हें अपनी कला और संस्कृति का प्रदर्शन करने का मौका दिया गया।
आदिवासी बैगा समुदाय के द्वारा दिए गए बयान से यह स्पष्ट तौर पर कहा जा सकता है कि जिस उद्देश्य को लेकर आदि रंग कार्यक्रम को लेकर लाखों रुपए खर्च किए गए हैं कहीं ना कहीं इस कार्यक्रम में बैगा आदिवासियों को शामिल नहीं किया जाना कई सवालों को जन्म दे रहा है।