मध्य प्रदेश के भीतर आला अधिकारियों के द्वारा आम जनता से लेकर अपने ही कनिष्ठ अधिकारियों के साथ अभद्रता किए जाने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। ऐसा ही एक मामला बैहर अनुविभाग के अंतर्गत सामने आया जब मीटिंग के दौरान आईएएस अधिकारी एसडीएम गुरुप्रसाद ने बिरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ डॉ सुनील सिंह से अभद्रता की।
बैहर एसडीएम आईएएस अधिकारी गुरु प्रसाद द्वारा अभद्रता किए जाने की जानकारी बकायदा बिरसा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की बीएमओ डॉ सुनील सिंह ने अपने वरिष्ठ अधिकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडे को पत्र के द्वारा दी। और बुधवार को बकायदा बिरसा के स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मचारियों ने इस अभद्रता के विरोध में कलम बंद हड़ताल की।
पद्मेश न्यूज़ से दूरभाष पर चर्चा के दौरान डॉ सुनील सिंह ने बताया कि 25 मई को सांसद डॉ ढाल सिह बिसेन बिरसा के दौरे पर थे। इतवार दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने बैठक आयोजित की गई थी जिसमें एसडीएम गुरु प्रसाद के साथ ही आला अधिकारी उपस्थित थे मीटिंग के दौरान एसडीएम श्री प्रसाद द्वारा उनसे जानकारी ली गई कि 25 मई को वैक्सीनेशन क्यों नहीं हुआ तब उनके द्वारा बताया गया कि संविदा कर्मचारी और आयुष चिकित्सक हड़ताल पर है जिस कारण वैक्सीनेशन नहीं हो पाया इस पर एसडीएम श्री प्रसाद द्वारा उन्हें जमकर फटकार लगाई गई जिससे वह बहुत अधिक आहत हो गए।
जब हमने इस विषय पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मनोज पांडे से दूरभाष पर चर्चा की तो उन्होंने बताया कि मीटिंग में क्या हुआ और उसके बाद का घटनाक्रम उन्हें इस विषय में कोई जानकारी नहीं है। बीएमओ डॉक्टर सुनील सिंह ने उन्हें कोई पत्र लिखा है वह पत्र उन्हें प्राप्त नहीं हुआ है। हालांकि डॉ सिंह ने बताया कि इस संकट की घड़ी में वे जनता की सेवा के लिए तत्पर है और यह हड़ताल केवल बुधवार के दिन रहेगी गुरुवार को पूरी सेवाएं पूर्व की तरह संचालित होंगी।
जब इस विषय पर हमने वह एसडीएम आईएएस अधिकारी गुरुप्रसाद से दूरभाष पर चर्चा की तो उन्होंने अपने चिर परिचित अंदाज में जवाब दिया की उन्हें बाइट देने का कोई अधिकार नहीं है। यदि इस विषय में कोई जानकारी चाहते हैं तो जनसंपर्क अधिकारी से संपर्क करें उनसे जानकारी मिल जाएगी।
जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बैहर के भीतर प्रशासनिक व्यवस्थाएं किस तरह से संचालित हो रही है एक आईएएस अधिकारी इस कोरोना के संकट की घड़ी में फ्रंट पर काम करने वाले बिरसा के बीएमओ को फटकार लगाते हैं और इस दौरान बैठक में उपस्थित सांसद खामोश रहते हैं।
यह पहला मौका नहीं जब बैहर एसडीएम आईएएस अधिकारी गुरुप्रसाद किसी कनिष्ठ अधिकारी या फिर आम जनता से अभद्रता करने के मामले में सुर्खियों में आए हो। इसके पहले ऐसे कई मौके आ चुके हैं जब यह मामला सुर्खियों में आया है लेकिन हर बार प्रशासनिक स्तर पर इसे दबा दिया जाता है और राजनीतिक स्तर पर इसे तूल नहीं दिया जाता नतीजा बैहर की जनता लगातार ऐसी प्रशासनिक अधिकारी के साथ अपनी परेशानियों को निर्वाहन कर रही है जो किसी बात को सुनने के लिए तैयार ही नहीं रहते देखना अब यह है कि इस बार प्रशासन अपने स्तर पर क्या कार्यवाही करता है या फिर पहले की तरह मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।