वारासिवनी थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बुदबुदा स्थित मेडिकल दुकान में 30 सितंबर की दरमयानी रात बोरवेल वाहन घुस गया। जिससे मेडिकल दुकान के दो कमरे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए वहीं लाखों रुपए की दवाइयां खराब हो गई। यह हादसा इतना भयानक था कि इसकी जद में यदि कोई व्यक्ति आ जाता तो बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती थी। जिसमें पुलिस के द्वारा पीड़ित की शिकायत पर जांच की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत बुदबुदा के पुराने पंचायत भवन के पास में दुरुग बंजारी का मकान है जिसके द्वारा मकान के दो कमरों को किराए से नेमेश्वर चौधरी को दिया गया है। जहां पर श्री चौधरी के द्वारा कृष्णा मेडिकल के नाम से मेडिकल दुकान का संचालन किया जा रहा है जिनके द्वारा सुबह मेडिकल खोल कर रात्रि 9:00 बजे मेडिकल दुकान बंद कर दी जाती है। इसी तरह 30 सितंबर की रात में मेडिकल दुकान संचालक नेमेश्वर चौधरी के द्वारा अपनी दुकान को बंद कर वह अपने घर जाकर खाना खाकर सो गए थे तभी उन्हें रात्रि 1 बजे सूचना मिली कि उनकी दुकान में कोई ट्रक घुस गया है जिससे बहुत छाती हुई है। जिस पर वह तत्काल मौके पर पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कुकड़े बोरवेल तिरोडा तुमसर की बोरवेल मशीन का ट्रक उनकी मेडिकल दुकान में घुस गया था जिसमें दुकान के दोनों कमरों की दीवारों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर तोड़ दिया था वहीं अंदर रखी दवाइयां व फर्नीचर को भी तोड़फोड़ कर दिया था वही मौके से ट्रक ड्राइवर फरार हो गया था। जिसमें सवार कर्मचारियों के द्वारा बताया गया कि वह विभिन्न क्षेत्रों में घूम कर हैंडपंप का खनन करते हैं जो कटंगी से वारासिवनी की ओर जा रहे थे इस दौरान मार्ग की गोलाई में वाहन नहीं कटने से मेडिकल दुकान में धुस गया। इस दौरान यह अच्छा रहा की दुकान के अंदर वह रोड पर कोई व्यक्ति नहीं था वरना बड़ा हादसा घटित हो सकता था। इसके बाद तत्काल दुकान संचालक के द्वारा नुकसानी का जायजा लिया गया परंतु अंधेरा होने के कारण यह संभव नहीं था तो 1 अक्टूबर की सुबह मौके पर नुकसानी का जायजा लेकर देर शाम वारासिवनी थाने में पहुंचकर मामले की शिकायत की गई है जिसमें पुलिस के द्वारा जांच की जा रही है। इसमें दुकान संचालक नेमेश्वर चौधरी ने दूरभाष पर बताया कि इस हादसे में उनकी मेडिकल में रखी दवाइयां फर्नीचर सहित दो कमरे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसमें उन्हें करीब 15 लाख की दवाइयां एवं दो कमरे के नुकसान ही हुई है। जिन्होंने शासन प्रशासन से मामले में कठोर कार्यवाही करते हुए उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की है।