शिक्षण विभाग के निर्देशों के तहत कक्षा दसवीं बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित किए जाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है जिसके तहत सभी शासकीय और अशासकीय स्कूलों को निर्देशित किया गया है कि वे बोर्ड परीक्षाओं के प्रायोगिक अंक सूचीबद्ध कर भोपाल भेजें इस अवसर को अब स्कूलों के द्वारा भुनाने का प्रयास किया जा रहा है।
जिसको लेकर सोशल मीडिया के माध्यम से छात्रों के अभिभावकों को मैसेज भेज कर फीस वसूली के लिए निर्देश दिए जा रहे हैं।
जिससे अभिभावक काफी परेशान हैं।
आपको बताएं कि शिक्षा विभाग के द्वारा स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए छात्रों के अभिभावकों पर फीस को लेकर किसी भी प्रकार का अतिरिक्त दबाव बनाया जाए लेकिन जिस तरह से व्हाट्सएप के जरिए छात्रों के अभिभावकों को मैसेज भेजे जा रहे हैं उससे परिस्थिति बदलने लगी है
वही इस संदर्भ में जिला शिक्षा अधिकारी पी आर मेश्राम ने दूरभाष पर चर्चा के दौरान बताया कि बोर्ड परीक्षाओं के नतीजे घोषित किए जाने को लेकर प्रायोगिक परीक्षाओं के अंक स्कूलों को भेजे जाने हैं उन्होंने कहा कि यदि स्कूल के संचालक अभिभावकों को व्हाट्सएप के जरिए फीस के लिए कह रहे हैं तो यह आवश्यक भी है क्योंकि वर्तमान में इसकी हालत काफी दयनीय है लेकिन इसके लिए अभिभावकों पर अतिरिक्त दबाव नहीं बनाया जा सकता।