66 वा धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस जिले में हर्षोल्लास से बौद्ध अनुयायियों द्वारा मनाया गया। सुबह 8:30 बजे बौद्ध अनुयाई अंबेडकर चौक पहुंचे, जहां उनके द्वारा डॉक्टर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया जिसके बाद पूजा वंदना सार्वजनिक रूप से कर 22 प्रतिज्ञाओं का वाचन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायी मौजूद रहे। वही सुबह 10 बजे से बूढ़ी स्थित समता भवन में धम्म देशना का कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पूज्य भंते संपजानो, पूज्य भंते नागवंश एवं पूज्य भंते शील राख्खित द्वारा बौद्ध उपासक उपासिकाओं को धम्म देशना दी गई। इसके बाद भोजनदान का कार्यक्रम किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोगों ने भोजन ग्रहण किया। वही शाम को अंबेडकर चौक में मिशनरी आर्केस्ट्रा का आयोजन किया गया।
इसके संबंध में जानकारी देते हुए कार्यक्रम आयोजक महात्मा फुले अंबेडकर सार्वजनिक जयंती समारोह समिति के अध्यक्ष सचिन मेंश्राम ने बताया कि सभी बौद्ध अनुयाई धम्म चक्र प्रवर्तन दिवस मनाने के लिए एकत्रित हुए हैं। आज ही के दिन सन 1956 में बाबा साहब अंबेडकर ने 5000 लोगों के बीच धम्मदीक्षा ली थी इसलिए यह धम्मचक्र प्रवर्तन दिन हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस दिन हमें एक वैज्ञानिक धर्म मिला जिससे लोगों की तर्कवादी सोच हुई और लोग पाखंड व रूढ़िवादी धर्म से दूर हुए।