गृह विभाग ने गुरुवार को ब्रिटेन में पढ़ाई करने वाले भारतीय समेत विदेशी छात्रों के लिए औपचारिक तौर पर नया पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा शुरू किया। ब्रिटिश विश्वविद्यालयों से पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत और अन्य देशों के छात्र इस वीजा के आधार पर नौकरी पाने के लिए इस देश में रुक सकेंगे। यह नया वर्क वीजा कार्यक्रम ग्रेजुएट छात्रों के लिए तैयार किया गया है, जो मान्यता प्राप्त ब्रिटिश विश्वविद्यालयों से डिग्री हासिल करते हैं। वे इस वीजा के आधार पर ब्रिटेन में दो साल रहकर नौकरी की तलाश कर सकेंगे। ब्रिटेन में गत वर्ष 56 हजार से ज्यादा भारतीय छात्रों को स्टूडेंट वीजा जारी किया गया। यह आंकड़ा इससे पहले वाले साल के मुकाबले 13 फीसद ज्यादा था। जबकि ब्रिटेन ने गत वर्ष कुल जितने स्टूडेंट वीजा जारी किए, उनमें से करीब एक तिहाई भारतीयों के हिस्से में आए। भारतीय मूल की प्रीति पटेल ने एक बयान में कहा, “ब्रिटिश सरकार के अंक आधारित इमीग्रेशन सिस्टम के तहत भारत और दुनियाभर के प्रतिभावान छात्रों के लिए ब्रिटेन में अब कारोबार, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और कला जैसे क्षेत्रों में सर्वोच्च स्तर पर अपने करियर की शुरुआत करने का अवसर है। ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल ने गत वर्ष इस वीजा कार्यक्रम का एलान किया था। अब इसे लागू किया गया है। इस नए वर्क वीजा से भारतीय छात्रों को ज्यादा लाभ होने की संभावना है। क्योंकि वे काम के अनुभव की संभावना के आधार पर डिग्री कोर्सों का चयन करते हैं।