ब्लैक लिस्टेड की गई ग्वालियर की सारथी कंपनी के अन्य कामों पर भी नजर रखी जाएगी। धार जिले के कारम बांध में गुणवत्ताहीन काम करने के मामले में यह कंपनी सुर्खियों में आई थी। इसके बाद इसे ब्लेकलिस्टेड कर दिया गया था। जल संसाधन एवं लोक निर्माण विभाग ने इस संबंध में मैदानी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। उनसे कहा गया है कि कंपनी के कामों पर पैनी नजर रखें। इसमें कोई कोताही न बरती जाए। कंपनी वर्तमान में जल संरचनाओं से जुड़े सात काम कर रही है। उसके पास सड़क निर्माण के काम भी हैं। वहीं सेंट्रल वाटर कमीशन (सीडब्ल्यूसी) ने भी कारम बांध के निर्माण में अनियमिता की जांच शुरू कर दी है।कारम बांध मामले में गड़बड़ी और लापरवाही के लिए जिम्मेदार मानते हुए सरकार ने दिल्ली की एएनएस कंस्ट्रक्शन और सारथी कंपनी को ब्लैक लिस्टेड किया है। इन कंपनियों के पंजीयन भी निरस्त कर दिए गए हैं। इस कार्रवाई के बाद कंपनी नए काम के लिए निविदा नहीं डाल सकेंगी, पर जो काम पहले से ले रखे हैं, उन्हें तय समयसीमा में पूरा करना होगा। इन्हीं कामों को लेकर मैदानी अमले को सतर्क किया गया है। विभाग के प्रमुख अभियंता एमएस डाबर का कहना है कि निर्माण कार्यों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। इसीलिए मैदानी अधिकारियों को सतर्क रहने को कहा है। कारम बांध को लेकर जल संसाधन विभाग के अपर सचिव आशीष कुमार की अध्यक्षता में दल बनाकर जांच कराई गई थी। प्रारंभिक जांच में सामने आई गड़बड़ी के आधार पर विभाग के आठ अधिकारियों को निलंबित किया गया है। अब इस मामले की विस्तृत जांच सेंट्रल वाटर कमीशन कर रहा है।इसे लेकर जिम्मेदार अधिकारियों और बांध निर्माण करने वाली कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ भी की जाएगी। बांध से पानी निकालने का रास्ता बनाने के समय धार पहुंचे सीडब्ल्यूसी के अधिकारी जरूरी दस्तावेज साथ ले गए हैं।