वर्तमान समय में छोटी-छोटी बातों को लेकर कम उम्र के बच्चे बहुत अधिक तनाव में आ जाते हैं और ऐसा कदम उठा लेते हैं जिससे कभी सोचा भी नहीं जा सकता कुछ इसी तरह का घटनाक्रम खैरलांजी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम भंडारबोड़ी में हुआ जहां पर ज्ञानेश्वर क्षीरसागर की 16 वर्षीय पुत्री ने अपने घर के अंदर दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 25 अक्टूबर की शाम 5:30 बजे भंडारबोड़ी निवासी ज्ञानेश्वर क्षीरसागर की पुत्री शीतल क्षीरसागर दिन में स्कूल गई हुई थी, एवं म्रतिका के परिवार के लोग गाँव मे ही एक कार्यक्रम में में गया हुआ था, घर मे कोई भी परिवार का सदस्य नहीं था।
म्रतिका छात्रा स्कूल से घर आने के बाद छात्रा द्वारा घर के अंदर दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली गई , म्रतिका का परिवार के लोग जब शाम 5:30 बजे अपने घर पहुंचे तो म्रतिका की मां तुलसी ने अपनी पुत्री शीतल को फांसी पर लटकते हुए देखा एवं मां के द्वारा तत्काल ही पड़ोसियों को बुलाया गया, मां के द्वारा बेटी को बचाने को लेकर मां के द्वारा फांसी लगे दुपट्टे को काटा गया एवं पुत्री शीतल को निचे उतारा गया, जब तक शीतल की मौत हो चुकी थी,










































