पाकिस्तान की राजनीति में बीते कई दशकों में भुट्टों परिवार का रसूख रहा है और पाकिस्तान की पहली महिला प्रधानमंत्री रह चुकी स्वर्गीय बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की कमान संभाल ली है। बिलावल भुट्टो ने पाकिस्तान के 37वें विदेश मंत्री के रूप में नियुक्त किए गए हैं। मां बेनजीर के अलावा Bilawal Bhutto के पिता आसिफ अली जरदारी भी पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति रह चुके हैं

बिलावल भुट्टो को नहीं विदेश नीति का अनुभवBilawal Bhutto पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष हैं, लेकिन पहली बार देश में किसी संवैधानिक पद की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। बिलावल भुट्टो को विदेश नीति का भी कोई अनुभव नहीं है। हालांकि ऐसा माना जाता है कि वह भारत के साथ संबंध सुधारने के हिमायती रहे हैं। साल 2012 में जब बिलावल भुट्टो पहली बार भारत आए थे तो उन्होंने कहा था कि मेरी मां यानी पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो कहा करती थीं कि ‘हर पाकिस्तानी में एक भारत बसता है’। भारत यात्रा के दौरान बिलावल अजमेर शरीफ दरगाह पर भी चादर चढ़ाने पहुंचे थे।10 साल बड़ी हिना रब्बानी खार के प्रेम संबंध

इससे पहले जब पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी सत्ता में थी तो अपनी ही पार्टी की नेता हिना रब्बानी खार को पाकिस्तान के विदेश मंत्री बनाया गया था। उस समय बिलावल भुट्टो और हिना रब्बानी के बीच प्रेम संबंध काफी सुर्खियों में रहे थे।

तब पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया था कि हिना रब्बानी बिलावल से शादी करने के लिए अपने अरबपति पति फिरोज गुलजार को तलाक देने के लिए राजी हो गई है, लेकिन बिलावल के पिता आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति थे और वे इस रिश्ते के लिए तैयार नहीं थे। हिना रब्बानी बिलावल से 10 साल बड़ी हैं।

राजस्थान के भाटी राजपूतों का वंशज है भुट्टो परिवारबेनजीर भुट्टो ने अपनी आत्मकथा में खुद इस बात का खुलासा किया है कि उनका परिवार राजस्थान के भाटी राजपूतों का वंशज है। भुट्टो परिवार ने 2020 में जैसलमेर रियासत के पूर्व महाराजा बृजराज सिंह की मौत पर एक शोक संदेश भी भेजा था। ऐसा माना जाता है कि राजस्थान के भाटी, भट्टी राजपूत पाकिस्तान में बसे तो उन्हें भुट्टो कहा जाने लगा था। पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की 35 साल की उम्र में 2007 में आतंकियों ने हत्या कर दी थी।