मंगलवार को जनपद पंचायत बालाघाट में सरपंच संघ के चुनाव संपन्न कराए गए, जहां भारी हंगामे के बीच चुनावी प्रक्रिया संपन्न कराकर अध्यक्ष उपाध्यक्ष सहित अन्य सदस्यों का चुनाव कर सरपंच संघ कार्यकारिणी का गठन किया गया। जहा संघ के अध्यक्ष का चुनाव काफी हंगामेदार रहा, इस चुनाव में जनपद पंचायत बालाघाट के अंतर्गत आने वाली 77 पंचायतों में से कुम्हारी, पारसपानी और चरेगांव के सरपंच ,अध्यक्ष प्रत्याशी के रूप में खड़े हुए पहले तो यह चुनाव सर्व सहमति से कराने का निर्णय लिया गया, लेकिन बाद में आपसी मनमुटाव के बीच चुनाव, वोटिंग प्रक्रिया से संपन्न कराए गए। इस चुनाव में 77 सरपंचो में से 49 सरपंचों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। जहां सरपंचों ने अध्यक्ष पद के लिए खड़े अपने प्रत्याशी के नाम पर सामने सही का निशान लगाकर उसे वोट किया। जहां मतदान प्रक्रिया संपन्न कराकर वोटों की गिनती शुरू की गई, जहां अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी ग्राम पंचायत कुम्हारी के सरपंच सावंत पिछोड़े और परसपानी सरपंच रामू चौधरी को 27,27 वोट मिले। जबकि चरेगांव पंचायत सरपंच श्रीमती मीना बिसेन ने महज 3 वोट हासिल किए। जहां सरपंच सावंत पिछोड़े और रामू चौधरी को बराबर बराबर 27 वोट मिलने पर मतपत्र में दोनों प्रत्याशियों की चिट डालकर, एक चिट निकाली गई जिसमें कुम्हारी सरपंच सावंत पिछोड़े का नाम निकला। इस आधार पर सावन पिछड़े को सरपंच संघ का अध्यक्ष चुना गया।
रिजेक्ट वोट को लेकर मचा हंगामा
ट्रांस नहीं, चिट प्रक्रिया पर सरपंचों ने जताया भरोसा
बताया जा रहा है कि इस चुनाव में 77 सरपंचों को अपने मताधिकार का उपयोग करना था लेकिन इस चुनाव में उन 49सरपंचों ने उपस्थिति दर्ज कराकर, अपने मताधिकार का उपयोग किया। इसमें एक सरपंच का मत रिजेक्ट हो गया, तो वही एक सरपंच ने अपना वोट, मत पेटी में नहीं डाला। इस तरह 2 वोट खराब हो गए । वही मतगणना में चरेगांव सरपंच श्रीमती मीना बिसेन को इस चुनाव में महज 3 वोट मिले, तो वहीं परसपानी सरपंच रामू चौधरी और कुम्हारी सरपंच सावंत पिछोड़े 27,27 मत मिले जहां रिजेक्ट हुए वोट और मत पेटी में एक वोट कम होने पर काफी देर तक हंगामा होता रहा। जहा निर्णायक मंडल ने इस चुनाव में बराबर मत पाने वाले दोनों प्रत्याशियों के नाम का सिक्का उछाल करा ट्रास से अध्यक्ष चुनने की बात कही, लेकिन इसमें से कुछ सरपंच ट्रास के लिए राजी नहीं हुए ।जिसके बाद सर्व सहमति से चिट सिस्टम के आधार पर अध्यक्ष का फैसला करने का निर्णय लिया गया। जहां दोनों प्रत्याशियों के नाम की दो चीट बनाकर मतपत्र में डाला गया ।जब दोनों में से किसी एक चिट को निकालने का गया तो सावंत पिछोड़े का नाम उसके सामने आया जिसके आधार पर सावंत पिछोड़े को सरपंच संघ का अध्यक्ष चुना गया। जहा चुनाव संपन्न होते ही फूलों से उनका स्वागत किया गया । वही उपाध्यक्ष सहित अन्य कार्यकारिणी सदस्यों का निर्वाचन सर्व सहमति से कराकर सरपंच संघ कार्यकारिणी की घोषणा की गई।