मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ कोचिंग संचालकों के प्रतिनिधियों की मुलाकात रंग लाई। अब कोचिंग क्लासेस का संचालन दोबारा शुरू होने जा रहा है। इसकी शुरुआत राजधानी भोपाल से हो गई है। राजधानी में अब कोचिंग क्लासेस खुल सकेंगी। हालांकि फिलहाल इन्हें 50% क्षमता के साथ ही संचालित करना होगा। कलेक्टर अविनाश लवानिया ने इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिए हैं। कोचिंग क्लास में सभी के लिए कोरोना गाइडलाइन का पालन करना जरूरी होगा। बगैर मास्क के किसी को भी कक्षा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। इसके साथ ही बैठक व्यवस्था में शारीरिक दूरी का पालन भी सुनिश्चित करना होगा। इसमें किसी तरह की लापरवाही पाए जाने पर कोचिंग संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती ।गौरतलब है कि बुधवार को मध्यप्रदेश कोचिंग ऑनर्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ मुलाकात की थी। इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि राज्य शासन प्रदेश में कोचिंग क्लास खोलने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा था कि कोचिंग संचालक अपने संस्थानों में कोरोना अनुकूल व्यवहार का शत-प्रतिशत पालन सुनिश्चित करें। इस मुलाकात में मध्यप्रदेश कोचिंग ऑनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लक्ष्मी नारायण बकोरिया ने मुख्यमंत्री को इस बात से भी अवगत कराया गया था कि कोरोना महामारी से जिन विद्यार्थियों के माता-पिता का निधन हो गया है, उनके लिए एसोसिएशन द्वारा कोचिंग और हॉस्टल का नि:शुल्क प्रबंध किया गया है।
प्रदेश में 50 फीसद क्षमता के साथ कोचिंग संस्थान खोले जा सकते है, इस संबंध में 23 जुलाई को ही आदेश जारी हो चुके थे। हालांकि आदेश में यह भी कहा गया था कि जिलाधिकारी की अनुमति से कोचिंग संस्थान खोले जा सकते हैं। वहीं स्कूल शिक्षा विभाग की तरफ से भी पत्र जारी किया जा चुका है। इस आदेश के पालन करते हुए यह आदेश जारी किया गया है।
इन नियमों का भी किया जाएगा पालन
– कोचिंग आने वाले छात्रों को वैक्सीनेशन का मैसेज भी दिखाना होगा।
– एक बेंच पर एक ही बच्चे को बैठाया जाएगा। इससे पहले एक बेंच पर तीन बच्चे बैठते थे।
– शासन के नियम के अनुसार 18 साल के सभी बच्चों को वैक्सीनेशन जरूरी है। 18 से ऊपर के जो बच्चे कोचिंग में आएंगे, उनके लिए वैक्सीनेशन अनिवार्य है।
– कोचिंग संचालक कोविड नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं, जिसा प्रशासन के अधिकारी औचक निरीक्षण भी करेंगे।