शनिवार से हो रही लगातार बारिश मंगलवार को भी जारी रही जहां शहरी क्षेत्र में भी इसका असर देखने मिला एवं शहर के कुछ निचले वार्ड में भी जल भराव की स्थिति निर्मित हुई तो वही नगर पालिका द्वारा जेसीबी के माध्यम से पानी निकासी की व्यवस्था की गई तो वहीं करोड़ों की लागत से बन रहे प्रधानमंत्री आवास के क्षेत्र और प्रधानमंत्री आवास की बाउंड्री वॉल में भी पानी भर गया, जबकि यहां नगर पालिका द्वारा करोड़ों की लागत से आवास बनाए जा रहे हैं और कहा जा रहा था की बाउंड्री वॉल बनने से यहां बाढ़ का पानी नहीं आएगा पर ऐसा नहीं हुआ लाखों की बनाई गई बाउंड्री वॉल भी वैनगंगा के बढ़ते जल स्तर को नहीं रोक पाई
आपको बता दे कि बीते दिनों से शुरू हुई रुक-रुक कर लगातार बारिश अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है और हो रही बारिश से शहर के वार्डों में जल भराव जैसी स्थिति निर्मित होना शुरू हो गई है, वहीं शहर के वार्डों में पानी निकासी की व्यापक व्यवस्था नहीं होने की वजह से कुछ निचले क्षेत्रों के वार्ड में जल भराव जैसी स्थिति निर्मित हो रही है तो वहीं शहर के हनुमान चौक ,अंबेडकर चौक ,दीनदयाल पुरम और वार्ड नंबर एक, वार्ड नंबर 2 , वार्ड नंबर 4 , वार्ड नंबर 5 सहित ऐसे बहुत से निचले वार्ड है जहां हो रही बारिश से जल भराव हो रहा है तो वहीं नगर पालिका द्वारा करोड़ों की लागत से बनाए जाने वाले प्रधानमंत्री आवास की ओर भी वैनगंगा का जलस्तर बढ़ने से पानी भरा है, जबकि जब यह आवास बनाए जा रहे थे और इसके पहले कुछ वर्षों पहले जब यहां पानी भरा था और कुछ मकान डूब गए थे , उस समय नगर पालिका द्वारा यह कयास लगाए गए थे की वैनगंगा नदी की ओर से मजबूत बाउंड्री वॉल खड़ी कर दी जाएगी और यहां दोबारा वैनगंगा नदी के जलस्तर बढ़ने पर पानी नहीं भरेगा , किंतु देखा जाए तो प्रधानमंत्री आवास के आने और जाने के मार्ग पर वैनगंगा का जलस्तर बढ़ने से पानी भर गया और यहां चल रहे निर्माण कार्य में लगी मशीन भी जल भराव में डूबने की बात कही जा रही थी, जबकि यहां नगर पालिका इसी क्षेत्र में करोड़ों रुपए का गार्डन बनाने की योजना बनना रही थी अब देखना होगा कि इस प्रकार से वहां पानी भरने के बाद नगर पालिका द्वारा इस पर क्या किया जाता है और यदि यहां इसी प्रकार से पानी भरता रहा तो, यहां के आवास का सारा सेप्टिक टैंक का पानी वैनगंगा नदी में जाएगा और वहीं से सारा शहर पानी पीता है तो देखना होगा कि नगर पालिका आगे इसमें क्या रणनीति बनाती है या फिर इसी प्रकार से यह हर वर्ष चलते रहता है
बजरंग घाट में बड़ी घटना होने से टली
जैसे ही लगातार हो रही रुक-रुक कर बारिश शाम को 4:30 से 5:00 बजे थम गई ,उस दौरान लोग भी घूमने के लिए अपने घरों से निकल गए और कुछ बुजुर्ग और बच्चे हर दिन की तरह बजरंग घाट में घूमने के लिए चले गए, किंतु वैनगंगा नदी में छोड़े गए भीमगढ़ बांध के पानी से नदी का जल स्तर बहुत बढ़ा गया था जो बजरंग घाट के मंदिर से होते हुये बह रहा था किंतु एक वृद्ध बुजुर्ग बजरंग घाट के मंदिर की ओर से बह रहे पानी से जा रहा था और जैसे ही वह थोड़े अधिक पानी के रफ्तार में पहुंचे ,तो अचानक वह गिर गए किंतु वहां खड़े अन्य लोगों के द्वारा उन्हें वापस बुला लिया गया जिस वजह से वहाँ एक बड़ी दुर्घटना होने से टल गई
गौरीशंकर नगर में चलाई गई नाव
वार्ड नंबर 1 गौरीशंकर नगर में पानी अधिक भर जाने की वजह से नाव चलानी पड़ी , गौरीशंकर नगर और शहर में आने वाले रास्ते के बीच पड़ने वाला नाला उफान पर आ गया और देखते ही देखते यहां से आना-जाना पूरी तरह बंद हो गया और जैसे ही इसकी जानकारी प्रशासन को लगी तो प्रशासन का पूरा अमला गौरीशंकर नगर पहुंचा और नाले में अत्यधिक पानी भरने की वजह से वार्ड वासियों को जाने आने में आ रही दिक्कत को देखते हुए, नगर पालिका की मोती गार्डन के तालाब में चलाये जाने वाली नाव को लाकर इस नाले में चलाया गया और आवश्यक कार्य से आने जाने वाले वार्ड वासियों को इधर से उधर नाव के माध्यम से पहुचाया गया बता दे की गौरीशंकर नगर में लगभग 100 से 150 परिवार निवास करते हैं और लगभग 15 से 20 घरों में पानी घुस जाने की वजह से कई लोगों का गृहस्थी का सामान भी गीला हो गया, जिसको देखते हुए प्रशासन द्वारा 15 घरों के लिए भोजन की व्यवस्था भी की गई और देर शाम नगर पालिका के अमले द्वारा नाव के माध्यम से गौरीशंकर नगर में भोजन के पैकेट भिजवाए गए