टि्वटर के नए मालिक एलन मस्क ने आते ही कंपनी में बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू कर दी है। मस्क ने कंपनी के सीईओ पराग अग्रवाल, पॉलिसी हेड विजया गाड्डे समेत टॉप एक्जीक्यूटिव्स को टेकओवर करते ही बाहर कर दिया है। ताजा आदेश में एलन मस्क ने बड़े पैमाने पर छंटनी की तैयारी शुरू कर दी है। कुछ मैनेजर्स से उन कर्मचरियों की लिस्ट मांगी गई है, जिन्हें नौकरी से निकालना है। मस्क किसी एक विभाग में नहीं, पूरे ट्विटर का स्टाफ कम करना चाहते हैं। कुछ टीमों का साइज खासा कम किया जाएगा। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि कितने कर्मचारियों को निकालने की तैयारी है।
ट्विटर में करीब 7,500 कर्मचारी काम करते हैं। पिछले दिनों खबरें थीं कि एलन मस्क ट्विटर के 75 फीसदी स्टाफ की छंटनी करना चाहते हैं। मंगलवार तक बहुत सारे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। अप्रैल में मस्क ने ट्विटर खरीदने का मन बनाया था। तभी से छंटनी की खबरें आ रही हैं। माना जा रहा है कि मंगलवार 1 नवंबर से पहले बहुत सारे कर्मचारियों को निकाला जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि मंगलवार वह दिन है जब ट्विटर के कर्मचारियों को कंपनसेशन के रूप में स्टॉक ग्रांट्स मिलने वाली हैं। अगर 1 नवंबर से पहले कर्मचारी निकाले जाते हैं तो शायद मस्क को यह ग्रांट्स नहीं देनी पड़ेगी। मस्क ने इनवेस्टर्स को बताया था कि वह ट्विटर को प्राइवेट बनाएंगे, इसकी वर्कफोर्स कम करेंगे और कंटेंट मॉडरेशन के नियमों को रोलबैक करेंगे।
कंपनी की कमाई के नए रास्ते भी तलाशे जाएंगे। मस्क ने कंटेंट मॉडरेशन काउंसिल का गठन करने की घोषणा की है। मस्क के अनुसार, यह काउंसिल कंटेंट मॉडरेशन से जुड़े फैसले लेगी और काउंसिल की समीक्षा के बाद बंद हो चुके टि्वटर अकाउंट्स को दोबारा बहाल करने का फैसला लिया जाएगा। इसके गठन से पहले तक कोई भी बड़ा फैसला या बंद हो चुके खातों को दोबारा बहाल नहीं किया जाएगा। खबर है कि एलन मस्क के ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद जनरल मोटर्स ने ट्विटर पर अपने विज्ञापनों पर अस्थाई रूप से रोक लगा दी है। उल्लेखनीय है कि जनरल मोटर्स टेस्ला की प्रतियोगी कंपनी है।