मंडी मे व्यपारियो ने लगाई धान की बोली हड़ताल से हुई वापसी – किसानो ने ली राहत

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१० दिवस से अनाज मंडी में व्यापारियो की हड़ताल से छाई मासूमी १३ सितंबर को दूर हो गई है। राईस मिल ऐसोसियेशन ने फिलहाल अपनी हड़ताल को समाप्त कर किसानो की धान की बोली मंडी मे लगाना प्रारंभ कर दिया है। जिससे किसान काफी राहत मे है वही मंडी मे रौनक भी दिखाई देने लगी है। गौरतलब है कि व्यपारी जीएसटी व धान पर अधिक कर को लेकर बीते कुछ दिनो से अनाज मंडी मे आने वाली किसान की धान की बोली नही लगा रहे थे। उनका साफ तौर पर कहना था कि प्रदेश सरकार ने जिस तरह के टेक्स बढ़ाये है उससे हमे व किसान को भारी नुकसान हो रहा है। ऐसे मे हम अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जा रहे है। जिसकी वजह से मंडी मे धान की खरीदी पूरी तरह से बंद थी। साथ ही आसपास के गुमठीनुमा दुकानदार, रेजा हमाल के सामने जीवन यापन करने संकट उत्पन्न हो गया था। ऐसे मे व्यपारियो की हड़ताल समाप्त होने से सभी लोगो ने राहत की सॉस ली है। १० दिवस से बंद थी मंडी – कृषक राहुल बनोटे इस संबंध मे कृषक राहुल दास बनोटे आरंभा निवासी ने पदम्मेश को बताया कि बड़ी मुश्किल से मंडी मे व्यपारियो ने धान खरीदी प्रारंभ कर दी है। बीते करीब ९ से १० दिन मे व्यपारी वर्ग की कुछ मांगो को लेकर मंडी मे धान की बोली नही लग रही थी। जिससे हम लोग काफी परेशान थे। हमे निराश होकर लौटना पड़ रहा था। वर्तमान समय मे पोला, नागबोद, गणेश पर्व है ऐसे मे मंडी मे खरीदी प्रारंभ होने से हम किसानो को काफी राहत है। मगर हमे जितना दाम मिलना चाहिये उतना दाम नही मिल पा रहा है। हमे सोडा का पैसा देना है, बनियारो का भुगतान करना है मगर हमारी उपज उस दाम मे नही बिक पा रही है। फिर भी परिवार को पालने हमे अपनी उपज औने बौने दाम मे बेचना पड़ रहा है। मंडी के प्रारंभ होने से राहत – रेजा छाया बाई इसी तरह रेजा हमाल संघ की सक्रिय सदस्य छाया बाई पटले ने पदम्मेश को बताया कि करीब १० दिन बाद मंडी मे धान खरीदी के लिये व्यपारियो ने बोली लगाई है। उनकी क्या मांगे है इस बारे मे उन्हे जानकारी नही है। मगर मंडी के प्रारंभ होने से वे राहत महसूस कर रही है। हालांकि किसानो को उनकी उपज का वो दाम नही मिल पा रहा है जिस दाम की वे अपेक्षा करते है। ऐसे मे हम शासन प्रशासन से चाहते है कि किसानो को उनकी उपज का उचित दाम मिले साथ ही व्यपारियो की जो मांग है उसका समाधान हो। मंडी शुल्क मे कटौती की मांग को लेकर थे व्यपारी हड़ताल पर – सचिव डीएल पंचेश्वर इस संबंध मे मंडी के प्रभारी सचिव डीएल पंचेश्वर ने बताया कि १३ सितंबर को मंडी मे धान खरीदी का कार्य व्यपारी वर्ग ने प्रारंभ कर दिया है। उनकी ११ सूत्रीय प्रदेश शासन की मांग थी। जिसमे मंडी शुल्क मे कटौती साथ ही इसी शुल्क मे जो १ रूपये १७० पैसे लगता है उसमे ५० वैसे हटाये जाने की मांग थी। वही अभी हमे इस बात की जानकारी नही है कि शासन ने उनकी मांग मांगी है या नही मगर उन्होने जो मंडी मे उपज आ रही है उसकी बोली लगाना प्रारंभ कर दिया है।

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