उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर पिछले चार दिनों से सक्रिय कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में उत्तरी मप्र के मध्य में सक्रिय है। मानसून ट्रफ भी कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पहले कम दबाव के क्षेत्र के राजस्थान की तरफ बढ़ने की संभावना थी, लेकिन यह सिस्टम अब पूर्वी दिशा में मप्र में ही आगे बढ़ने लगा है। इस वजह से पूरे मध्यप्रदेश में अच्छी बरसात होने की उम्मीद है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक गुरुवार को सागर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। गुना, अशोकनगर, शिवपुरी जिले में भी तेज बौछारें पड़ने की संभावना है। पूरे प्रदेश में बादल छाए रहने से अधिकतम तापमान में गिरावट बरकरार रहेगी।मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक गुना में 52.2, सागर में 33.2, रायसेन में 27, दमोह में 21, भोपाल में 17.6, उज्जैन में 16, होशंगाबाद में 13.8, शाजापुर में 13, पचमढ़ी में 11, ग्वालियर में 10.2, इदौर में 9.2, टीकमगढ़ में सात, मंडला में 5.5, दतिया में 4.6, नरसिंहपुर में चार, खरगोन में 3.2, रीवा में 3.2, खंडवा, नौगांव में तीन, जबलपुर में 2.7, बैतूल में 2.2, रतलाम में दो, उमरिया में 1.8, खजुराहो में 1.4, मलाजखंड, धार में 1.2, छिंदवाड़ा में एक मिलीमीटर बारिश हुई।
साहा के मुताबिक उत्तर-पश्चिम मप्र पर बने सिस्टम के पहले राजस्थान की तरफ बढ़ने की संभावना थी, लेकिन अब यह पूर्वी दिशा की तरफ बढ़ने लगा है। इसी क्रम में यह सिस्टम वर्तमान में उत्तरी मप्र के मध्य में सक्रिय है। इसके प्रभाव से उज्जैन, भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर, ग्वालियर, इंदौर संभाग के जिलों में रुक-रुक कर बरसात का सिलसिला शुरू हो गया है।ये सिस्टम हैं सक्रिय
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में उत्तरी मप्र के मध्य में एक कम दबाव का क्षेत्र बना है। मानसून ट्रफ भी कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है। पाक्स्तिान पर एक पश्चिमी विक्षोभ हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। इस वजह से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से पूरे मध्यप्रदेश में अच्छी वर्षा की संभावना बढ़ गई है। बता दें कि मप्र में गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक मप्र में 547.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जो सामान्य (491.6 मिमी.) की तुलना में 11 फीसद अधिक है।