स्थानीय मूलना स्टेडियम में आयोजित मध्यप्रदेश फुटबॉल लीग प्रतियोगिता में 19 दिसंबर को दसवां मुकाबला मदन महाराज एफसी भोपाल और लेक सिटी भोपाल के बीच खेला गया मैच ड्रा रहा। तो वही दोनों टीमों के दो-दो खिलाड़ियों को रेफरी के द्वारा ऐलो कार्ड दिखा कर अच्छा खेलने की हिदायत दी गई साथ ही मैच में निर्णायक से गलत आचरण करने पर मदन महाराज भोपाल के मैनेजर इब्राहिम बख्श को रेफरी आयुष शर्मा के द्वारा रेड कार्ड दिखाकर मैदान से बाहर का रास्ता दिखाया गया। मैच का शुभारंभ अतिथि सिविल सर्जन डॉ. संजय धबड़घाव, सतपुडा वैली एजुकेशन इंस्टीट्यूट निदेशक संजय मिश्रा, प्रिंसीपल अनुराग मिश्रा, समाजसेवी राजलदास कारडा के आतिथ्य और आयोजन समिति पदाधिकारी अभय सेठिया, विजय वर्मा, ऋषभदास वैद्य, मोहन आचार्य, गणेश अग्रवाल, दिलीप राजपूत, मुक्तानंद गौतम, अंशुल जायसवाल, रजनीश वर्मा, उत्तमदास, मुकेश खैरवार और जिला फुटबॉल संघ सचिव सुनील यादव की मंचासीन उपस्थिति में किया गया।दोपहर 02 बजे से मुलना मैदान में खेले गए इस मैच में पहले हाफ में भोपाल लेक सिटी के खिलाड़ी जर्सी नंबर 5 के खिलाड़ी एम बर्लिन ने 12 मिनट में एक गोल मारकर अपनी टीम को 1=0 से आगे बढ़ाया ही था की मदन महाराज एफसी भोपाल के खिलाड़ी जर्सी नंबर 3 के खिलाड़ी मोहम्मद इरसाद आलम ने 17 मिनट में गोल मारकर अपनी टीम को बराबर किया। तो वही हाफ टाइम के बाद मदन महाराज एफसी के जर्सी नंबर 10 के खिलाड़ी डब्लू नगाई सना ने 66 मिनट में गोल मारकर अपनी टीम को दो एक से आगे किया। तो वही लेक सिटी एफसी भोपाल के जर्सी नंबर 20 के खिलाड़ी अफान खान ने 82 मिनट में गोल मारकर अपनी टीम को बराबरी में ला दिया। और अंतिम समय तक कोई भी टीम विजयी गोल नहीं कर सकी। जिसके चलते यह मैच ड्रा हो गया और नियमानुसार दोनो ही टीमों को एक-एक अंक प्रदान किए गए। मैच के दौरान लेक सिटी एफसी भोपाल के जर्सी नंबर 5 के खिलाड़ी एम बर्लिन को 55 मिनट में जर्सी नंबर 16 के खिलाड़ी के निरंजन को 85 मिनट में और मदन महाराज एफसी भोपाल के खिलाड़ी जर्सी नंबर 5 के खिलाड़ी रोहित को 52 मिनट में और जर्सी नंबर 14 के खिलाड़ी देववृत्ता सिंह को 55 मिनट में गलत खेलने के कारण रेफरी आयुष शर्मा के द्वारा एलो कार्ड दिखाया गया। तो वही इस दसवे लीग मुकाबले में काफी गहमागहमी का माहौल देखा गया तो वहीं खिलाड़ियों को लेकर उनके समर्थकों में नोंकझोक भी होती रही और विवाद की स्थिति बनती रही। जिसे आयोजन समिति के द्वारा आपसी सहमति से विवाद को सुलझा लिया गया। इस मैच में निर्णायक भूमिका में रेफरी कपिल पंद्रे,आयुष शर्मा, विकास वरकडे,तरुण चक्रवर्ती, अंजल सिंह ठाकुर,आर्यन सिसोदिया और मैच कमिश्नर मुश्ताक एच कुरैशी रहे।