शनिवार को पूरे प्रदेश के अंदर एक हलचल सी मच गई और खबर फैली भगवान शंकर के वाहन नंदी महाराज दूध पी रहे हैं। इंदौर खंडवा तरफ से जो खबरें आई उसके बाद शहडोल में भी लोग नंदी महाराज को दूध पिलाने लगे हैं। शहडोल तथा आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने दावा किया उन्होंने अपने मंदिरों तथा घर में विराजमान नंदी महाराज को दूध पिलाना शुरू किया तो देखकर आश्चर्य हुआ क्योंकि नंदी दूध पी रहे थे।
चम्मच से दूध पी रहे थे नंदी महाराज :
शिवम कालोनी निवासी सभ्यता शुक्ला ने दावा किया कि जब उन्होंने कटोरी में दूध लेकर चम्मच से नंदी महाराज को पिलाया तो चम्मच का दूध धीरे-धीरे खाली हो गया। उन्होंने इस घटना का वीडियो भी बनाया और नईदुनिया को भेजा।
मच गई लोगों में खलबली : इस खबर के बाद शहडोल शहर तथा आसपास में हलचल तेज हो गई है। इसी तरह जिला मुख्यालय के एफसीआइ गोदाम में रहने वाले एक यादव परिवार ने भी नंदी महाराज को दूध पिलाने का दावा किया है।
पुजारी बोले आश्चर्य है : जिला मुख्यालय के विराटेश्वरी मंदिर के पुजारी जयंत राज तिवारी ने इस घटना को आश्चर्यजनक बताया है। उन्होंने कहा कि ऐसा कभी मैंने देखा ही नहीं।
प्रोफेसर ने दिया अपना तर्क : इस घटना को लेकर शहडोल के पंडित शंभूनाथ शुक्ल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डा. प्रमोद पांडे का कहना है कि इस तरह की घटनाएं पत्थर में स्यानता एवं पृष्ठ तनाव के कारण होती है और कभी-कभी प्रतिमा जब धूप में रहती है तो गर्मी के कारण भी यह दूध को सोख लेती है लेकिन जब दूध अंदर जम जाता है तो फिर दूसरे दिन यह प्रक्रिया नहीं होती है।
आस्था का दिख रहा स्वरूप : विज्ञानिकों का तर्क कुछ भी हो लेकिन धार्मिक आस्था का भी अपना बड़ा महत्व है और यही कारण है कि लोग नंदी महाराज को दूध पिलाने के लिए मंदिरों की तरफ दौड़े जा रहे हैं।