भोपाल: मध्यप्रदेश उपचुनाव की सियासी सरगर्मियों के बीच प्रदेश की शिवराज सरकार एक के बाद एक बड़े ऐलान कर रही है। अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि भोपाल के मनुभावन टेकरी पर रानी पद्मावती की स्मृति में भव्य स्मारक बनाया जाएगा और पद्मावती के जीवन की शौर्य गाथा को अगले सत्र की पाठ्य पुस्तक में भी सम्मिलित किया जायेगा।
मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। शिवराज ने ट्वीट कर लिखा है कि भोपाल के मनुआभान की टेकरी पर महारानी पद्मावती के स्मारक के लिए मैंने भूमि आरक्षित की है, वहां भव्य स्मारक बनाया जायेगा। समाज के पदाधिकारियों का एक प्रतिनिधि मंडल बने, जो स्मारक के स्वरूप की रूपरेखा बनाएं, ताकि हम सबकी अपेक्षा के अनुरूप उनका स्मारक बन सके।अगले ट्वीट में शिवराज ने लिखा है कि महारानी पद्मावती के जीवन की शौर्य गाथा को अगले सत्र की पाठ्य पुस्तक में सम्मिलित किया जायेगा। इसके अलावा ‘महाराणा शौर्य पुरुस्कार’ और ‘पद्मिनी पुरुस्कार’ प्रतिवर्ष मध्यप्रदेश सरकार की ओर से प्रदान किया जायेगा। पुरस्कार स्वरूप दो लाख रुपये नगद राशि प्रदान की जायेगी।इतना ही नही उन्होंने करणी सेना के कार्यकर्ताओं पर दर्ज मुकदमे को भी वापस लेने और पद्मावती फिल्म के दौरान प्रदर्शन करने वाले कार्यकर्ताओं पर मामले दर्ज करने का भी ऐलान किया है।इससे पहले सोमवार को शिवराज सरकार द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म-तिथि को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया है, इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी कर दिए है। वही 26 अक्टूबर को दशहरे को शासकीय अवकाश घोषित करने का ऐलान किया था। अब रानी पद्मावती और करणी सेना से दर्ज मुकदमे को वापस लेने के फैसला को उपचुनाव से पहले राजपूत वोटरों को साधने के लिए बड़ा दांव माना जा रहा है।