मरम्मत के अभाव में टूटी नहर

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वारासिवनी रामपायली मार्ग स्थित ग्राम मेहंदीवाड़ा के समीपस्थ बहने वाली चंदन नदी के ऊपर बनी नहर मंगलवार की अल सुबह करीब 4 बजे गोटाढोल नदी के छोर पर बनी कर्बला शरीफ दरगाह के ऊपर से अचानक टूट गई। जिसके कारण नहर मैं भरकर जा रहा लाखों लीटर पानी बेहिसाब तरीके से बहने लगा जिसने नहर के नीचे बने कर्बला शरीफ सहित नहर की दीवार को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया। विदित हो कि यह नहर ब्रिटिश शासन काल में अंग्रेजो के द्वारा बनाई गई थी जो समय पर मरम्मत न होने के कारण टूटना बताया जा रहा है।

नहर की लाइनिंग कार्य की गुणवत्ता पर उठा रहे सवाल

यहां यह बताना लाजमी है कि उक्त नहर का निर्माण ब्रिटिश शासन काल में सिंचाई परियोजना के रूप में किया गया था और चंदन नदी पर पुलिया ना होने के दौरान लोग इसी के ऊपर से वारासिवनी आना-जाना करते थे। वहीं उक्त स्थान पर मजार और मजार के बाबा फरीद का मकान व ग्रामीणों के खेत स्थित है यदि यह नहर दूसरे स्थान से फूट जाती तो बड़ी दुर्घटना के साथ त्रासदी हो सकती थी। वर्तमान में उक्त नहर में सिंचाई के लिए पानी छोड़ा गया था जो नहर में लबालब बह रहा था ऐसे में नहर पर बहुत ज्यादा पानी का दबाव बना हुआ था जिसका लाइनिंग कार्य बीते कुछ वर्ष पूर्व ही किया गया है जिसके बाद इस प्रकार की घटना गुणवत्ता पर सवाल उठा रही है।

मुआयने के बाद भी मरम्मत शून्य

जिस स्थान से नहर टूटा है वहां पर पूर्व में कुछ वर्षों से सीपेज की दिक्कत थी जिसको लेकर मजार में आने वाले श्रद्धालुओं के द्वारा इसकी शिकायत सिंचाई विभाग को की गई थी। जिसको लेकर अलग-अलग समय में सिंचाई विभाग के द्वारा उक्त स्थान का तीन बार मुआयना किया गया किंतु मरम्मत के नाम पर कुछ नहीं किया गया। जिसका परिणाम रहा कि बहाव की गति को किनारा संभाल नहीं पाया और भरभरा कर टूट गया। जहां पर नहर से जमीन तल तक पूरा मलमा और दीवारें बुरी तरह टूट कर बह गई।

अंग्रेजो ने हमारे जन्म के पहले बनाई थी नहर – रामप्रसाद बाहेश्वर

पदमेश से चर्चा में ग्रामीण रामप्रसाद बाहेश्वर ने बताया कि सूचना मिली कि नहर टूट गई है जिसे देखने के लिए आए थे। यह नहर अंग्रेजो के द्वारा बनाई गई थी जो हमारे जन्म के पहले की नहर है। यह बीती रात में टूटी है जिसकी मरम्मत समय पर नहीं की गई यही कारण रहा कि नहर टूट गई जिसके कारण लाखों लीटर पानी व्यर्थ बह गया। जबकि वर्तमान में किसानों को पानी की बहुत जरूरत है ऐसे में शासन प्रशासन से मांग है कि वह तत्काल सुधार कार्य कर नहर का पानी लोगों के खेतों तक पहुंचाने का कार्य करें।

विभाग की लापरवाही से टूटी नहर – बाबा फरीद

कर्बला शरीफ मजार के बाबा फरीद ने बताया कि सुबह करीब 4 बजे की यह घटना है जिसकी आवाज सुनकर हम अपने घर से बाहर निकल कर आए तो देखे की बेहिसाब तौर पर पानी बह रहा था। जो नहर टूट गई है और इसमें कर्बला शरीफ की मजार पूरी बह गई यह अच्छा रहा कि थोड़े आगे से नहर नहीं टूटी नहीं तो हमारे मकान बह जाते। उक्त स्थान पर पहले से ही सीपेज था जिसकी अनेकों बार शिकायत पर अधिकारियों के द्वारा निरीक्षण भी किया गया परंतु किसी प्रकार का मरम्मत कार्य नहीं किया गया और विभाग की लापरवाही से यह नहर टूटी है।

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