महज 500 रु मानदेय में नही चलता घर,मानदेय बढाया जाए

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मानदेय बढाने सहित वर्षों से लंबित अपनी विभिन्न सूत्रीय मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाते हुए आंगनबाड़ी केंद्रों में भोजन बनाने का कार्य करने वाली रसोईया बहनों ने कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौपा है।मप्र सरकार के नाम शुक्रवार को सौपे गए इस ज्ञापन में उन्होंने मानदेय बढ़ाने,
5 माह के लंबित मानदेय का त्वरित भुगतान करने, रसोईया बहनों को काम से बंद न किए जाने सहित वर्षों से लंबित अपनी विभिन्न मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई है। जहां अपनी इन मांगों को पूरा कराने के लिए उन्होंने शासन को 28 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया है जहां उन्होंने 28 अगस्त तक मांग पूरी न होने पर 29 अगस्त से भोपाल पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू किए जाने की चेतावनी दी है।

500 रु मानदेय नही होता गुजारा, इसे बढाया जाए
प्रांतीय स्व सहायता समूह रसोईया महासंघ के बैनर तले सौपे गए इस ज्ञापन में रसोईया बहनों ने सामाजिक सुरक्षा, बीमा ,पेंशन योजना का लाभ दिए जाने ,मानदेय बढाने सहित वर्षों से लंबित अपनी स्थानीय व प्रदेश व्यापी विभिन्न सूत्रीय मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए सभी मांगों को जल्द से जल्द पूरा कराए जाने की गुहार लगाई है। इस दौरान रसोईया बहनों ने अपने इतने कम मानदेय में गुजारा ना होने,समय पर मानदेय ना मिलने, औऱ 5 माह का मानदेय लंबित होने से उन्हें आर्थिक व मानसिक परेशानी में होने की बात कहते हुए कलेक्टर कार्यालय में ज्ञापन सौपा है।तो वही मांग पूरी न होने पर 29 अगस्त को भोपाल पहुंचकर धरना प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी है।

इन मांगो को लेकर सौपा ज्ञापन
पिछले पांच माह से लंबीत मानदेय का त्वरित भुगतान करने, खादयान सामग्री और राशि बढाकर देने, मध्यान्ह भोजन बनाने के लिए गैस और लकड़ी दोनों का उपयोग करने की अनुमति देने, खाद्यान सामग्री ऑनलाईन के साथ-साथ ऑफलाईन (बिना फिगर) देने की व्यवस्था की जाने,जिन रसोईयों द्वारा कार्य किया जा रहा है, उन्हें न निकाले जाने।समूह संचालन की राशि एवं रसोईयों बहनों का मानदेय हर महिने कि 5 से 10 तारिख के बीच दिए जाने सहित अन्य मांगों को पूरा किए जाने की गुहार लगाई है ।

500 की जगह 4 हजार रु किया जाए मानदेय- एकलाल
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान प्रांतीय स्व सहायता समूह रसोईया महासंघ का नेतृत्व कर रहे धपेरा लालबर्रा निवासी एकलाल डहरवाल ने बताया कि हमारी वर्षों से लंबित कई मांगे हैं जिनको शासन द्वारा पूरा किया नहीं जा रहा है। मुख्य मांग मानदेय की है।आंगनबाड़ी रसोईया को महज 500 रु प्रति माह का मानदेय दिया जाता है जिससे घर का खर्च नहीं चलता, इतने कम मानदेय पर भी चार-पांच महीनो का मानदेय बकाया रहता है। जिससे रसोईया बहनों को आर्थिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हमारी मांग है कि रसोईया बहनों को 4000रु मानदेय दिया जाना चाहिए।वहीं महंगाई को देखते हुए जो भोजन 5 रु 45 पैसे में दिया जाता है उसे बढ़ाकर 10 रु किया जाना चाहिए। तो वही मिडिल स्कूल में 8 रु 17 पैसे के स्थान पर 15रु प्रति छात्र के हिसाब से खाद्यान्न सामग्री व राशि दी जानी चाहिए। इसके अलावा अन्य मांगे हैं जिनको लेकर ज्ञापन सौपा गया है।हमने ज्ञापन के माध्यम से मांग पूरी करने के लिए 28 अगस्त तक की मोहलत दी है। यदि मांग पूरी नहीं होती तो काम बंद कर आंदोलन किया जाएगा।

तो भोपाल जाकर करेंगे प्रदर्शन शुरू करेंगे अनिश्चितकालीन हड़ताल -कविता
वही ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान प्रांतीय स्व सहायता समूह रसोईया महासंघ जिला सचिव श्रीमती कविता लाड़े ने बताया कि हम आंगनबाड़ी रसोईया बहनों को महज 500 प्रति माह का मानदेय दिया जाता है। उस पर भी प्रतिमाह निश्चित तारीख पर हमें मानदेय नहीं मिल पाता। तीन से चार महीना तक का आए दोनों पेमेंट रोका जाता है वही जो रसोईया बहाने 60 वर्ष की हो जाती है उन्हें काम से बंद करने बोला जाता है,यदि स्कूलों में बच्चों की संख्या कम हो जाती है तो रसोईया बहनों को काम से निकालने के लिए बोलते हैं। हमारी मांग है कि जिस तरह रसोईया बहनों को काम से निकालते हैं वैसे ही स्कूल में बच्चों की संख्या कम होने पर शिक्षकों को भी काम से निकालना चाहिए हमारी ऐसी कई मांगे हैं जिनको लेकर आज ज्ञापन सौपा गया है। यदि 27- 28 अगस्त तक हमारी सभी मांगे पूरी नहीं होती, तो 29 अगस्त को प्रांतीय स्व सहायता समूह रसोईया महासंघ के बैनर तले प्रदेश की समस्त रसोई बहनों को भोपाल ले जाकर धरना प्रदर्शन कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी।

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