रामायण के रचनाकार महर्षि वाल्मीकि पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में शायर मुनव्वर राणा पर शहर कोतवाली में मामला दर्ज किया गया है। चूंकि, राणा पर पहले ही लखनऊ में एफआइआर हो चुकी थी इसलिए कोतवाली में देहाती नालसी कर असल कायमी के लिए हजरतगंज जिला लखनऊ भेजी गई है। दरअसल, शायर मुनव्वर राणा द्वारा तालिबान की तुलना महर्षि वाल्मीकि से करने से नाराज वाल्मीकि समाज व भाजपा नेताओं ने भाजपा अजा मोर्चा प्रदेश मंत्री सुनील मालवीय के नेतृत्व में जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा था। इसके साथ ही कोतवाली थाना पुलिस को आवेदन देकर शायर राणा पर एफआइआर की मांग की गई थी। ज्ञापन में मालवीय ने कहा था कि शायर मुनव्वर राणा ने भगवान वाल्मीकि की तुलना तालिबानियों से की है। मुनब्बर राणा ने कहा कि वाल्मीकि एक लेखक थे। हिंदू धर्म में तो किसी को भी भगवान कह देते हैं। मालवीय ने कहा कि यह टिप्पणी हिंदु आस्था व दलितों का अपमान है।
महर्षि वाल्मीकि न केवल पवित्र ग्रंथ रामायण के रचनाकार थे, बल्कि उन्हें भगवान मानकर पूजा करते हैं। मालवीय के अनुसार राणा ने यह टिप्पणी कर हिंदु धर्म पर हमला नहीं बोला वरन दलित समाज, वाल्मीकि के अनुयायियों और भगवान वाल्मीकि के खिलाफ विष वमन किया है। इस दौरान मालवीय के साथ पूर्व विधायक एवं नपाध्यक्ष राजेंद्र सलूजा, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष राधेश्याम पारीख सहित बड़ी संख्या में वाल्मीकि समाज के सदस्य एवं भाजपाजन उपस्थित थे।
इसी क्रम में शहर कोतवाली में धारा 505 सहित अन्य धाराओं में राणा पर मामला दर्ज किया गया है। विवेचक उपनिरीक्षक गौरीशंकर शर्मा ने बताया कि प्रकरण में देहाती नालसी कर असल कायमी के लिए हजरतगंज जिला लखनऊ भेजी गई है। मालवीय ने मुनब्बर राणा पर एफआइआर होने पर भाजपा, जिला व पुलिस प्रशासन का आभार माना है।