महिलाओं और युवतियों को कार सिखाने के लिए आरटीओ विभाग ने पूरी तैयारियां कर ली थी। आरटीओ कार्यालय पहुंचे आवेदनों में से पहली पारी में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली महिलाओं का चयन करके दो तीन दिन थयोरी और प्रेक्टिकल भी हो गया था। लेकिन कोरोना ने उनके कार सिखने की खुशी में पानी फेर दिया था। कोरोना कर्फ्यू में छूट मिली है, लेकिन कोरोना पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। कोरोना में जीत हासिल करने के बाद फिर से ड्रायविंग प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा।
चयन की गई महिलाओं और युवतियों से करेंगे संपर्क : कार ड्रायविंग के लिए जिन महिलाओं और युवतियों के लिए चयन किया गया था। उन सभी के मोबाइल नंबर और पते आरटीओ विभाग के पास है, जल्द ही उनसे संपर्क कर उन्हें किस तारिख से फिर से ड्रायविंग सिखने के लिए आना है यह बता दिया जाएगा। ताकि वह कार चलाने का सपना पूरा कर सके।
यह है मामला
आरटीओ विभाग ने शासन की योजना के तहत महिलाओं और युवतियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 1 अप्रैल से निशुल्क ड्रायविंग सिखाने का कार्यक्रम शुरू किया था। ड्रायविंग सिखने के लिए लगभग 74 आवेदन मिले थे, जिसमें से 49 महिलाओं और युवतियों का चयन किया गया था। जिसका उद्धाटन के साथ ही ड्रायविंग सिखाना शुरू कर दिया था। इसमें 11 बजे से 1.30 बजे तक आइटीआइ में थयोरी और 2.30 से 5.30 बजे तक प्रेक्टिकल कार सिखाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा था। वहीं प्रशिक्षण 30 दिन का था, लेकिन यह लगभग 3 दिन ही चला, जिसके बाद कोरोना महामारी को बढ़ता देखकर इसे बंद करना पड़ा था।