ग्राम पंचायत पांढरवानी अंतर्गत ग्राम रामजीटोला में स्थित माँखैरमाई मंदिर (बड़ी माता) में प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी सार्वजनिक देवी मंदिर रामजीटोला के तत्वाधान में शारदेय नवरात्रा पर्व आस्थापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर ४ अक्टूबर को दोपहर २ बजे पूजन अर्चन कर मंदिर प्रांगण से भव्य शोभायात्रा ढोल-बाजे के साथ निकाली गई जो रामजीटोला मुख्य मार्ग होते हुए पांढरवानी स्थित बड़ा तालाब विसर्जन घाट पहुंची जहां विधि-विधान से पूजन अर्चन व आरती कर जवारों का विसर्जन किया गया जिसके पश्चात महाप्रसादी का वितरण किया गया एवं रात करीब ९ बजे खप्पर आरती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित श्रध्दालुओं ने हाथों में खप्पर आरती लेकर माता-रानी की आराधना कर धर्मलाभ अर्जित किये।
चर्चा में माँ खैरमाई सार्वजनिक देवी मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने बताया कि गत २६ सितंबर को विधि-विधान से पूजा अर्चना कर कलश स्थापना एवं जवारे बोकर नौ दिनों तक पूरे भक्तिभाव के साथ मंदिर में माता रानी की आराधना करने के लिये रामजीटोला, पांढरवानी, उदासीटोला, आमाटोला व लालबर्रा सहित आसपास क्षेत्र के श्रध्दालुगण उपस्थित हुए और मंगलवार को नवमी के अवसर पर माता रानी की आराधना के अंतिम दिन लालबर्रा बड़ा तालाब स्थित विसर्जन घाट में आस्थापूर्वक जवारे का विसर्जन के बाद महाप्रसादी का वितरण किया गया एवं रात में खप्पर आरती का आयोजन किया गया जिसमें ग्रामीण श्रध्दालुओं ने शामिल होकर धर्मलाभ अर्जित किये। आगे बताया कि ग्राम देवी माँखैरमाई मंदिर ३०० से भी अधिक वर्षों पुराना है जो आस्था का केन्द्रबना हुआ है, प्रतिवर्ष शारदेय नवरात्रा पर्व के अवसर पर जवारे व कलश रखकर पूजा-अर्चना की जाती है एवं हमेशा माता रानी की कृपा बनी रहती है।