वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। नगर की कटंगी रोड़ स्थित विश्रामगृह में २६ नवंबर को किसान गर्जना संगठन के तत्वावधान में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। यह प्रेसवार्ता किसान गर्जना प्रदेश अध्यक्ष अरविंद चौधरी, जिला महामंत्री ज्ञान प्रकाश पटेल, ब्लॉक अध्यक्ष चेतराम बिसेन सहित अन्य गणमान्य किसानों की उपस्थिति में प्रारंभ किया गया। जिसमें शासन के द्वारा किए गए वादे और उस पर लगातार मांग के बाद भी की जा रही अवहेलना को लेकर आक्रोश व्यक्त किया गया। जिसमें शासन प्रशासन से २८ नवंबर तक ३१०० रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य एवं पिछला ९१७ रुपए प्रति क्विंटल का बोनस दिए जाने की मांग की गई है। अन्यथा मांग पूरी नही होने पर धरना आंदोलन की चेतावनी दी गई। इस अवसर पर कृषक गण मौजूद रहे।
सरकार ने चुनाव के दौरान किसानों से किया था-अरविंद चौधरी
प्रदेश अध्यक्ष अरविंद चौधरी ने पे्रसवार्ता में कहां की किसान गर्जना संगठन ने जिले में बैठक और ज्ञापन का कार्यक्रम रखा है । जिसमें लांजी ,कटंगी, लालबर्रा और आज वारासिवनी का है। जहां किसानों की बैठक कर पे्रसवार्ता हमने आयोजित की है कि हमारा जिला धान उत्पादक है हमारा संगठन किसान की लड़ाई लड़ता रहता है। सरकार ने ३१०० रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर धान खरीदने के लिए चुनाव के दौरान वादा किया था अभी २ वर्ष हो गए हैं सही कीमत नहीं मिल पाई है। जिसके लिए ज्ञापन के माध्यम से बताया गया है कि २८ नवंबर तक किसानों को ३१०० रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य पर धान खरीदा जायें । पुराना ९१७ रुपए प्रति क्विंटल का बोनस देने का आदेश जारी किया जायें। हमें विश्वास है कि मुख्यमंत्री मान जाएंगे अन्यथा २८ नवंबर तक मांग पूरी नही होने पर किसान अपनी लड़ाई लडऩे तैयार है। वर्ष २०११-१२ में किसानों ने लड़ा था वैसा ही रास्ते में उतरकर कहेगा कि किसान नहीं बेचेगा । कचरे के दाम में धान सुनसान रहेगी मंडी एवं सेवा सहकारी समिति मैदान इस स्लोगन के साथ धरना आंदोलन करेंगे। १ दिसंबर से सभी खरीदी केंद्र में धरना आंदोलन प्रारंभ करेंगे सरकार नहीं सुनती तो यह सब होगा।
अब किसान अपनी लड़ाई लडऩे खुद तैयार है
श्री चौधरी ने कहा कि हमारे संगठन के द्वारा जिले के सांसद और विधायकों को ज्ञापन दिया गया है जिन्होंने आश्वासन दिया है। यह मांगों को लेकर हर किसी ने प्रयास किया है राजनीतिक पार्टी ने भी लड़ाई लड़ी है अब किसान अपनी लड़ाई लडऩे मैदान में उतर रहा है। जिस प्रकार से वादा कर पूरा नहीं किया गया तो किसान ठगा महसूस कर रहा है ,क्योंकि प्रदेश में २९ लोकसभा सीट ३१०० रुपए प्रति क्विंटल एवं ९१७ रुपए प्रति क्विंटल बोनस दिया जाएगा कहा गया था परंतु अब किसान ठगा महसूस कर रहा है। इसके लिए हमारा गांव गांव में संगठन है हर किसान खेती कर रहा है किसान गर्जना कोई राजनीतिक संगठन नहीं है किसानों का संगठन है। इसमें कांग्रेस ,बीजेपी ,आप ,बीएसपी सभी पार्टी के लोग शामिल हैं । वह पहले किसान है पार्टी कोई भी हो वह अपने हक की लड़ाई लडऩे सामने आएंगे वह कहीं भी रहे लड़ाई किसान की है।
प्रदेश के घोषणा वीरों ने कहा था की धान ३१०० मूल्य पर खरीदेंगे
श्री चौधरी ने कहा कि हमारे किसान के नेता जो पहले कृषि मंत्री रहे गौरी शंकर बिसेन वह प्रहलाद पटेल के समय जब प्रदेश में सरकार कांग्रेस की थी तो उन्होंने किसानों की आवाज बुलंद की। भोपाल लेकर गए किसानों को नेतृत्व किया फि र वह विधायक मंत्री बने उनसे कहना है कि आप सुस्त मत रहो किसान आपको मानता है। ३१०० रुपए प्रति क्विंटल मूल्य ९१७ रुपए बोनस देने के पर्चे बांटे थे । मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री ने भी कहा था हम गलत कह रहे हैं तो कोई बताएं वादा सरकार में बैठने वालों ने किया। रबी की धान खरीदेंगे भी कहा था पर कुछ समझ नहीं आ रहा है इसलिए हमारी अब बैठक शुरू हो गई है । संगठन की लगातार बैठक हो रही है किसानों से बात की जा रही है। २०१२ में जैसा ७ मंडी १३९ समिति बंद कर मुख्यमंत्री से मांगे पूरी करवायी गई थी वही किया जाएगा। सरकार हमने बनाई हैं तो आशा भी है किंतु मांगने की राह देख रहे हैं तो हम तैयार हैं। छत्तीसगढ़ में इन्होंने समर्थन मूल्य दे दिया उत्तर प्रदेश में भी दे दिया महाराष्ट्र में भी देंगे पर मध्य प्रदेश में क्यों नहीं दे रहा है। बालाघाट धान उत्पादक जिला है इसके साथ ऐसा क्यों कर रहे हैं पता नहीं किसान देश की रीड़ की हड्डी है । परंतु यह उसे ही तोड़ रहे हैं यदि यह रीड की हड्डी मजबूत होगी तो देश आगे दौड़ेगा।