मानसून की बेरूखी से किसान परेशान

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नगर मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शुरूआती दौर में बारिश हुई उसके बाद मानसून सुस्त पड़ गया है। साथ ही तेज धुप एवं उमस भरी गर्मी पड़ रही है जिससे लोगों के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है और क्षेत्र में बारिश नही होने से किसानों का धान रोपाई कार्य भी प्रभावित हो रहा है जिससे सभी किसान परेशान है एवं अ’छी बारिश होने का इंतजार कर रहे है। वहीं मानसून एवं बारिश की बेरूखी के चलते आषाढ मास में बहुत कम बारिश हुई है और सावन मास भी समीप में आ चुका है, रविवार से सावन मास प्रारंभ हो जायेगा जिसके बाद अ’छी बारिश होने की उम्मीद जताई जा रही है एवं सावन मास में बारिश होने से किसानों को भी राहत मिलेगी। नगर मुख्यालय से लगभग ८ किमी. दूर ग्राम पंचायत टेकाड़ी ला. स्थित सर्राटी जलाशय से रामजीटोला माइनर नहर का करोड़ों रूपयों की लागत से सीमेन्टीकरण नहर का निर्माण किया गया है ताकि क्षेत्रीय किसानों को सिंचाई के लिए पानी पर्याप्त मिल सके परन्तु निर्माण कंपनी के द्वारा नहर में कुछ स्थानों पर कुलापे नही बनाये गये है। साथ ही छोटी पनबिहरी माइनर नहर का सीमेन्टीकरण भी नही किया गया है जिसके कारण पनबिहरी ग्राम के पीछे स्थित करीब ७० से ८० एकड़ खेती में सर्राटी जलाशय मानइर नहर का पानी नही पहुंच पा रहा है। वहीं टेकाड़ी ला. से रामजीटोला माइनर नहर का सीमेन्टीकरण तो कर दिया गया है परन्तु कुलापे नही बनाये गये है जिसके कारण पानी सीधे आगे निकल जा रहा है और कम पानी नहर में छोड़ा गया है। ऐसी स्थिति में टेकाड़ी ला. से रामजीटोला के बीच में मिलने वाले ग्रामों के किसानों को रोपाई कार्य के लिए पानी नही मिल मिल पा रहा है और विगत दिवस से क्षेत्र में बारिश भी नही हो रही है जिससे जिन किसानों ने पूर्व में धान का रोपा लगा लिये है वे पानी के अभाव में उसमें पीलापन आने लगा है। वहीं जिन किसानों के द्वारा रोपाई कार्य किया जा रहा है और नहर एवं बारिश के पानी के भरोसे फसल उत्पादन लेते है ऐसे किसानों का रोपाई कार्य धीरे-धीरे बंद होने लगा है और बारिश का इंतजार कर रहे है। साथ ही बारिश नही होने से किसान चिंतित नजर आ रहे है कि अगर बारिश नही होगी तो धान का रोपा व फसल उत्पादन कैसे ले पायेगें और समय पर रोपाई नही होने से किसानों को आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ेगा इसलिए टेकाड़ी ला. से रामजीटोला माइनर नहर के अंतर्गत आने वाले ग्रामों के किसानों ने सीमेन्टीकरण नहर में जगह-जगह कुलापे बनाने एवं छोटी पनबिहरी माइनर नहर का सीमेन्टीकरण निर्माण करवाने व नहर में अधिक पानी छोडऩे की मांग की है ताकि नहर के पानी से सिंचाई कर धान का रोपाई कर फसल उत्पादन ले सके।

सावन मास में अ’छी बारिश होने की उम्मीद

आपकों बता दे कि किसानों के खेतों में लगने वाली फसल की सिंचाई के लिए सर्राटी जलाशय से छोटी माइनर नहर निकली है जिसका जल संसाधन विभाग के द्वारा इस वर्ष करोड़ों रूपयों की लागत से टेकाड़ी ला. से रामजीटोला माइनर नहर का सीमेंटीकरण किया गया है परन्तु निर्माण कंपनी के द्वारा निर्माण कार्य में अनियमितता बरतते हुए कुलापे बहुत कम बनाये जाने के कारण नहर में पानी छोडऩे के बाद किसानों के खेतों तक पानी नही पहुंच पा रहा है और बहुत कम पानी नहर में छोड़ा गया है। साथ ही विगत दिवस से क्षेत्र में बारिश भी नही हो रही है एवं तेज धुप लग रही है जिससे पूर्व में हुई बारिश से खेतों में जमा हुए पानी में कम हो चुका है। वहीं सर्राटी जलाशय से नजदीक गांव के किसानों के द्वारा बारिश नही होने एवं नहर का पानी नही मिलने से उनके द्वारा मजबूरी में नहर के बीच में कुछ अटैक कर पानी रोककर खेतों में पानी चलाकर रोपाई कार्य कर रहे है। जिसके कारण पांढरवानी, रामजीटोला तक पानी नही पहुंचने से इन ग्रामों के किसानों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है एवं धान का रोपाई कार्य भी प्रभावित हो चुका है। वहीं पीएचई विभाग कार्यालय के सामने से निकली छोटी पनबिहरी माइनर नहर भी जीर्णशीर्ण हो चुकी है जिसका मरम्मत कार्य एवं सीमेन्टीकरण नहर का निर्माण नही किया गया है जिसके कारण इस माइनर नहर के अंतर्गत आने वाले किसानों के खेतों तक पानी भी नही पहुंच पा रहा है। साथ ही बारिश भी नही होने से किसान बेहद परेशान नजर आ रहे है और धान रोपाई एवं जिन्होने ने रोपा लगा चुके है उसमें सिंचाई के लिए पानी नही मिलने से किसान चिंतित नजर आ रहे है। साथ ही आषाढ मास सामाप्त होनेे वाला है एवं सावन मास शुरू होने वाला है। वहीं अब तक क्षेत्र में अच्छी बारिश नही हुई है और पूर्व में हुई बारिश में कुछ किसानों ने रोपा लगा चुके है एवं कुछ किसानों का जारी है परन्तु रोपा लगाने एवं लग चुके रोपा (फसल) को अच्छी बारिश की जरूरत है और उम्मीद जताई जा रही है कि आषाढ माह की कमी सावन माह में पूरा होगा और सावन मास में अच्छी बारिश होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं टेकाड़ी ला. से रामजीटोला माइनर नहर से सिंचाई करने वाले किसानों ने शासन-प्रशासन से नहर में अधिक पानी छोडऩे के साथ ही जगह-जगह कुलापे बनाने एवं छोटी पनबिहरी माइनर नहर का सीमेन्टीकरण किये जाने की मांग की है।

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