मार्ग किनारे क्षतिग्रस्त वृक्ष जनहानि को दे रहे आमंत्रण

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। नगर सहित क्षेत्र में विभिन्न मार्गों के किनारे अव्यवस्थित रूप से वृक्ष लगे हुए हैं। जहां पर वृक्ष की शाखाएं गिरने या वृक्ष गिरने से लगातार दुर्घटनाएं घटित हो रही है विद्युत प्रभाव भी अवरुद्ध हो रहा है। ऐसा ही एक मामला वारासिवनी रामपायली मार्ग स्थित ग्राम झालीवाड़ा से कौलीवाड़ा के मध्य मुख्य मार्ग पर आम का वृक्ष लम्बे समय से आकाशीय बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त पड़ा हुआ है। जो कभी भी मार्ग पर गिर सकता है और बड़ी जनहानि को अंजाम दे सकता है ऐसे ही कई वृक्ष मार्ग पर लगे हुए हैं। परंतु संबंधित विभाग या प्रशासन के द्वारा उक्त विषय पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया है, जिसका कारण है कि आज भी अव्यवस्थित रूप से मार्ग किनारे वृक्ष लगे हुए हैं। जहां पर ग्रामीणों के द्वारा विभाग या प्रशासन से वृक्षों को व्यवस्थित कर छाटने ,काटने और क्षतिग्रस्त वृक्षों को हटाने की मांग की जा रही है।

आकाशीय बिजली से हुआ था वृक्ष क्षतिग्रस्त

प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम झालीवाड़ा से कौलीवाडा के मध्य डामर प्लांट के पास वारासिवनी नागपुर मार्ग किनारे आम का वृक्ष काफ ी घना और पुराना लगा हुआ है। जिसके ऊपर आकाशीय बिजली गिरने से एक बड़ी शाखा दूसरी शाखा के ऊपर पड़ी हुई है उक्त वृक्ष की शाखा के द्वारा पूरे मार्ग के ऊपर फैली हुई है। जिसके कभी भी गिरने का भय ग्रामीणों को लगा हुआ है जिसको लेकर ग्रामीणों के द्वारा पीडब्ल्यूडी विभाग एवं मुख्यमंत्री शिकायत पोर्टल १८१ पर शिकायत की गई। किंतु वर्तमान तक उक्त मार्ग पर लगे आम के वृक्ष को सुरक्षित करने और जनहानि को रोकने के लिए विभाग के द्वारा कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। जिसके कारण स्थिति यथावत बनी हुई है जबकि उक्त वृक्ष के नीचे हवा तूफ ान या गर्मी के दौर में राहगीरों के द्वारा रुख कर राहत की सांस ली जाती है। वहीं बारिश और हवा तूफ ान का दौर चल रहा है ऐसे में जनहानि की संभावना बनी हुई है। जिसको देखते हुए ग्रामीणों ने प्रशासन से व्यवस्था बनाने की मांग कर रहे हैं।

विभिन्न मार्गों पर फैला है वृक्ष

नगर से बालाघाट , कटंगी , रामपायली और डोंगरमाली सहित विभिन्न मार्गों के किनारे में विभिन्न प्रजाति के फलदार वृक्ष लगे हुए हैं। जो काफ ी पुराने होने से अंदर से खोखले हो गए हैं तो वही विशालकाय वृक्ष के रूप में स्थित है। जिनके द्वारा पूरे मार्ग को छाया प्रदान की जा रही है। हालांकि यह एक पहलू है परंतु आंधी तूफ ान का दौर चल रहा है जिसमें कई स्थानों पर वृक्षों की शाखाएं गिरकर आवागमन अवरुद्ध कर रही है । वहीं विद्युत व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा रही है। उक्त वृक्षों के संवर्धन और संरक्षण के लिए प्रशासन के द्वारा किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है। यदि समय रहते प्रशासन के द्वारा वृक्षों की शाखाएं काट दी जाती है तो यह वृक्ष और ज्यादा समय तक सुरक्षित रह सकते हैं। वहीं सुख कर गिरने वाले वृक्षों को हटा दिया जाता है तो बड़ी जनहानि होने से रुक सकती है।

इनका कहना है

दूरभाष पर चर्चा में बताया कि मुख्य मार्गों के किनारे जो भी वृक्ष लगे हुए हैं उन्हें सुरक्षित या व्यवस्थित करने का कार्य संबंधित रोड़ के विभाग को है। जिन्हें वृक्षों को व्यवस्थित करने के लिए निर्देशित किया जाएगा। वहीं एमपी आरडीसी का मार्ग जो नेशनल हाईवे को जा चुका है उस पर जो वृक्ष की स्थिति बता रहे हैं उसके लिए अधिकारियों से चर्चा की जाएगी।

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