देश में पिछले साल बारिश बहुत ज्यादा हुई थी, और इस साल तापमान के सामान्य से अधिक रहने के आसार हैं। IMD ने यह भी कहा कि भारत में सर्दी के मौसम में 44 प्रतिशत अधिक बारिश दर्ज की गई है। गर्मी के मौसम के बारे में भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान जारी करते हुए बताया कि मार्च से मई की अवधि के दौरान पश्चिमी तथा इससे लगे उत्तरी भागों और पूर्वोत्तर के हिस्सों में कई स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की ‘बहुत अधिक संभावना’ है। मौसम विभाग के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान के प्रमुख हिस्सों, गुजरात, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के आसपास के क्षेत्रों में अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है।
IMD ने कहा कि मार्च में गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में भी तापमान सामान्य से थोड़ा अधिक रहने की संभावना है। उत्तर पश्चिम और पश्चिम भारत के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है। मार्च से मई के बीच देश के सुदूर पूर्वोत्तर क्षेत्रों में भी तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है।
हालांकि उत्तरी मैदानी इलाकों में मार्च में लू चलने की संभावना नहीं है। मैदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होने और सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होने पर ‘लू’ की स्थिति मानी जाती है।वहीं अधिकतम तापमान सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस से अधिक होने पर ‘गंभीर लू’ घोषित की जाती है।
वैसे, बुधवार को नए पश्चिमी विक्षोभ के चलते राजस्थान के कई हिस्सों में हल्की बारिश होने का अनुमान है। मौसम केंद्र, जयपुर के अनुसार नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से राज्य के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, चूरु, नागौर, सीकर तथा झुंझुनू जिलों के कुछ भागों में दो मार्च को दोपहर के बाद मेघगर्जन व आकाशीय बिजली चमकने के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग (India Meteorological Department) ने बड़ा अलर्ट जारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में आने वाले दिनों में बारिश होने की संभावना है।