मिजोरम में म्यांमार के 30000 शरणार्थी

0

म्यामार की तानाशाह सरकार के अत्याचारों से संयुक्त राष्ट्र संघ से लेकर सारी दुनिया के देश एक तानाशाह को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं। लाखों शरणार्थी म्यांमार से निकलकर दूसरे देशों में शरण लेने विवश हैं। जिन देशों में शरण ली है। वहां पर भी उनकी परेशानियां बढ़ने लगी हैं।
मिजोरम सरकार ने म्यांमार के सभी शरणार्थियों को विशेष पहचान पत्र जारी किए हैं। मिजोरम की आबादी लगभग 12 लाख है। म्यांमार से आए शरणार्थियों की संख्या लगभग 30,000 है। इसमें बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं हैं। मिजोरम सरकार ने 160 शरणार्थी शिविरों में इन्हें रखा है। स्थानीय आबादी के साथ इनके आने के बाद संतुलन बिगड़ने का खतरा पैदा हो गया है। वहीं इनके ऊपर राज्य सरकार को अतिरिक्त राशि खर्च करना पड़ रही है। कानून व्यवस्था की स्थिति को बनाए रखने के लिए मिजोरम सरकार ने शरणार्थी शिविरों में चौकसी बढ़ा दी है।
म्यांमार से जो शरणार्थी भारत आए हैं। उनकी हालत दिन प्रतिदिन खासकर महिलाओं और बच्चों की खराब होती जा रही है। वह भारत जैसे देश में भी बड़ी खराब स्थिति में रह रहे हैं। वैश्विक स्तर पर इन्हें कोई सहायता भी नहीं मिल रही है। जो चिंता का सबसे बड़ा कारण है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here