नगर के पीजी कॉलेज में 12 वर्ष पुराने खेल सामग्रियों के मिसिंग वाले मामले में सोमवार को उस वक्त अचानक एक नया मोड़ आ गया, जब उच्च शिक्षा विभाग और वरिष्ठ अधिकारियों से मिली आदेश पर छिंदवाड़ा विश्वविद्यालय की 5 सदस्यों की टीम अचानक पीजी कॉलेज पहुंची।
जहां उन्होंने बालाघाट एक्सप्रेस अखबार और पद्मेश न्यूज़ में दिखाई गई खबर अमानत में खयानत , लगातार मिल रही घोटालों की शिकायतों और मामले को लेकर कोतवाली थाना में दर्ज कराई गई एफआईआर सहित अन्य पहलुओं को लेकर संबंधितो से पूछताछ शुरू कर दी।
इस दरमियान इस टीम ने पीजी कॉलेज के क्रीड़ा विभाग अधिकारी जसबीर सिंह सौंधी, पूर्व प्रभारी कीड़ा विभाग अधिकारी प्रोफेसर अरविंद चंद तिवारी और कॉलेज प्राचार्य गोविंद सिरसाटे से मामले को लेकर घंटों पूछताछ की ।वहीं शुरू से लेकर आखरी तक मामले का संज्ञान लेकर अब तक की गई मामले की जांच, जांच प्रतिवेदन, राइटप की कार्यवाही, और मिसिंग खेल सामग्री से जुड़े मामले को लेकर लगाए जा रहे आरोप प्रत्यारोप सहित अन्य बिंदुओं पर पूछताछ की। जहां संबंधितो से मिली विभिन्न जानकारियों को लिखित में दर्ज किया गया।
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान तत्कालीन क्रीड़ा विभाग प्रभारी प्रोफेसर अरविंद चंद तिवारी ने इस पूरे मामले में अपने आप को साफ पाक ओर निर्दोष बताते हुए कीड़ा विभाग प्रभारी जसवीर सिंह सौंधी इस पूरे मामले का जिम्मेदार ठहराया है।
एनएसयूआई जिला अध्यक्ष और बालाघाट कांग्रेस विधानसभा प्रभारी दयाल वासनिक ने मामले को लेकर दूध का दूध और पानी का पानी किए जाने की मांग की है। वहीं इस बार भी मामले की जांच पूरी ना होने और ठोस निष्कर्ष ना निकलने पर एनएसयूआई और युवक कांग्रेस द्वारा उग्र प्रदर्शन किए जाने की चेतावनी दी है
छिंदवाड़ा पीजी कॉलेज के प्राचार्य और जांच टीम प्रमुख डॉ अमिताभ पांडे ने फिलहाल मामले का निष्कर्ष नहीं निकलने की बात कहते हुए मामले की जांच शुरू होने की बात कही है