बालाघाट (पदमेश न्यूज)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बालाघ्ज्ञाट आगमन को लेकर जहां एक और जिला व पुलिस प्रशासन ने नगर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रम और उनकी सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम कर लिए हैं तो वहीं दूसरी ओर विभिन्न विरोधी दलों और संगठनों द्वारा जगह-जगह मुख्यमंत्री का घेराव कर विरोध प्रदर्शन करने और जगह-जगह मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाकर पुतला दहन करने का ऐलान किया है जिसकी जानकारी विरोधी दलों के पदाधिकारियों ने शनिवार को अलग-अलग जगह पर पत्रकार वार्ता का आयोजन कर पत्रकारों को दी है।जिसमें ओबीसी महासभा ने शिक्षकों की भर्ती और ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने सहित अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने और ओबीसी महासभा के बैनर तले मुख्यमंत्री का पुतला दहन करने की चेतावनी दी है। तो वहीं सपा नेता व पूर्व सांसद कंकर मुंजारे ने पुलिस नक्सली मुठभेड़ और पकड़े गए नक्सलियों की कार्यवाही पर सवाल खड़े करते हुए सीएम का घेराव कर उन्हें काले झंडे दिखाने का ऐलान किया है ।इसके अलावा किसान कांग्रेस ने 3 नए कृषि कानून, जिले में यूरिया की कमी, बिजली की समस्या, समर्थन मूल्य और किसान कर्ज माफी सहित किसानों से जुड़े अन्य मुद्दों को लेकर सीएम का घेराव कर उन्हें काले झंडे दिखाने की चेतावनी दी है।
काले झंडे दिखाकर करेंगे पुतला दहन -सौरभ लोधी
ओबीसी महासभा जिला इकाई के अध्यक्ष सौरभ लोधी ने बताया कि सरकार के द्वारा ओबीसी के लोगों के साथ लगातार अन्याय किया जा रहा है आरक्षण को लेकर भी सरकार ने दोहरा रवैया अपना रखा है। लंबे समय से ओबीसी आरक्षण चयनित शिक्षक भर्ती में अभ्यर्थियों की नियुक्ति को लेकर ओबीसी के छात्रों को लंबे समय से छात्रवृत्ति प्रदान न किए जाने ओबीसी की जातिगत जनगणना सहित अन्य मुद्दों को लेकर संगठन के द्वारा लगातार आंदोलन धरना प्रदर्शन किया गया लेकिन मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा हमारी मांगों को नजर अंदाज किया गया है जिसके विरोध में रविवार को बालाघाट प्रवास पर आ रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का विरोध प्रदर्शन करते हुए पुतला दहन किया जाएगा और उन्हें जगह-जगह काले झंडे दिखाए जाएंगे।
पुलिस ने 7 फर्जी एनकाउंटर किए हैं,उन्ही को सम्मानित करने आ रहे सीएम का विरोध करेंगे-कंकर
वही पूर्व सांसद व सपा नेता कंकर मुंजारे ने बताया कि जो पुलिस फर्जी एनकाउंटर में शामिल रही है जिन्होंने फर्जी एनकाउंटर किए हैं उनको इनाम देने के लिए सीएम बालाघाट आ रहे हैं। हम इसका विरोध करते हैं रविवार को इसके विरोध में सीएम का घेराव करेंगे क्योंकि जिले में 7 फर्जी एनकाउंटर हुए हैं जिसमें नंदे, शारदा, शोभा और सावित्री ऐसी चार महिलाओं की पुलिस ने हत्या की है इन महिलाओं को पुलिस ने पकड़ कर मार कर उनकी हत्या कर लाश रख दी है और उसे एनकाउंटर बताया गया है नंदे नाम की महिला के घर में घुसकर गोली मारी गई है यह कोई एनकाउंटर नहीं बल्कि हत्या है इसमें कोई क्रॉस फायरिंग नहीं हुई सबूत के तौर पर पुलिस ने खुद राइफल रखी थी जबकि उन महिलाओं के पास दाल चावल मिर्ची धनिया सहित घरेलू सामग्रियां थी यह अपराध पुलिस ने किया है और शिवराज भी इसके अपराधी हैं उन्होंने बताया कि झांमसिंह धुर्वे बालाघाट जिले का आदिवासी किसान था उसकी गोली मारकर हत्या की गई है उसका एनकाउंटर बताकर रात के अंधेरे में पोस्टमार्टम कराया गया है इसी तरह हीरालाल टेकाम दहिया टोला का आदिवासी किसान था उसकी भी गोली मारकर हत्या की गई है उसे भी एनकउंटर बताया गया है।अभी कुछ दिन पूर्व ही बिरसा थाना क्षेत्र में 18 लाख के इनामी को पकडऩा पुलिस द्वारा बताया गया है जबकि वहां कोई एनकाउंटर हुआ ही नहीं था गांव वाले बता रहे हैं कि पुलिस वाले स्वयं खेत में इधर से उधर दौड़ रहे थे किसी को नहीं पकड़ा इधर पुलिस वाले बता रहे हैं कि उन्होंने आठ लाख के इनामी नक्सली को पकड़ा है इस सब के विरोध में सीएम का घेराव कर उन्हें काले झंडे दिखाए जाएंगे।
भाजपा सरकार किसान विरोधी है-अंशुल अवस्थी
आयोजित पत्रकार वार्ता के संदर्भ में की गई चर्चा के दौरान किसान कांग्रेस प्रदेश सचिव अंशुल अवस्थी ने बताया कि प्रदेश और जिले में भाजपा सरकार की किसान विरोधी नीति से किसान दुर्दशा का शिकार हो रहा है, जिले में किसानों को खाद, डीएपी और यूरिया के लिए परेशान होना पड़ रहा है,किसान मजबूरीवश महंगे दर पर निजी दुकानों से खाद खरीद रहे है, जिससे किसानों का फसल लागत मूल्य बड़ रहा है। वर्षा कम होने की दशा में किसानों को मजबूरन बिजली के पंप से भूमि को सिंचित करना पड़ रहा है लेकिन शासन की गलत बिजली नीति और बिजली विभाग की गैर जिम्मेदारी से किसानों को बड़ी हुई दर पर भी बिजली उपलब्ध नही हो पा रही है, जिससे खेतो में लगी फसल, सिंचाई के अभाव में सूखने लगी है। जिससे किसान कुदरती और इंसानी दोनो के ही मार झेलने मजबूर है। महंगी खाद, डीएपी और यूरिया सहित महंगी बिजली से सिंचाई करने के बाद भी उसे अपनी उपज का सही दाम नहीं मिल पा रहा है। प्रदेश में प्रदेश में घोषित धान की एमएसपी को 1868 रूपये से बड़ाकर वर्ष 2021-22 में 1940 रु किया गया लेकिन वर्तमान महंगाई को देखते हुए यह बहुत ही कम है, मात्र 72 रु. प्रति क्विंटल बड़ाकर राज्य सरकार ने किसानों को कोई आर्थिक फायदा नही दिया है अपितु यह मात्र भाजपा का किसान हित में होने का दिखावा है। किसानों की इस दयनीय हालत को देखते हुए किसान कांग्रेस द्वारा रविवार को बालाघाट आ रहे मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को काले झंडे दिखायें जायेंगे और ज्ञापन सौंपकर किसानों की मांगो से अवगत कराया जायेगा।