कुछ दिव्यांग और मूकबधिर बच्चों द्वारा मंगलवार को जनसुनवाई में पहुंचकर आवेदन दिया गया है और मांग की गई है कि उन्हें जो शासन से 600 रूपये की पेंशन राशि दी जाती हैं उसे बढ़ाकर लाडली बहना के तरह 1250 रुपए किया जाए, वहीं मूकबधिर बच्चों का कहना है कि उन्हें ढाई हजार रुपए तक की राशि प्रति माह दी जाए । इसी विषय को लेकर उन्होंने जिला कलेक्टर को जनसुनवाई में आवेदन दिया है।
आपको बता दे प्रदेश में सरकार बनने के बाद लाडली बहनों को 1250 रुपए की आर्थिक सहायता राशि दी जा रही है। इसी प्रकार अब दिव्यांगजन और मुखबधिर भी चाहते हैं कि सरकार इसी प्रकार से आर्थिक पेंशन राशि को बढ़ा कर दे। मुखबधिरों को भी सरकार द्वारा संबंधित योजनाओं के तहत 600 रूपये की आर्थिक पेंशन सहायता राशि दी जाती है वह चाहते हैं कि उन्हें 600 रूपये को बढ़ाकर 2500 रुपए की आर्थिक सहायता राशि संबंधित योजना के तहत दी जाए । दिव्यांगजनों का भी कहना है कि उन्हें 600 रूपये की पेंशन को बढ़ाकर प्रति महीने लाडली बहना की तरह 1250 रुपए प्रति महीने दिया जाए । इसी मांग को लेकर मूकबधिर और दिव्यांगजनों द्वारा जनसुनवाई में आवेदन दिया गया है । आवेदन देने के दौरान मूकबधिरों द्वारा कलेक्टर कार्यालय में आवेदन लिखने के साथ उनकी भाषा को देखते हुए एक अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां मूकबधिर बच्चे अपनी भाषा में अपनी पेंशन बढ़ाने की मांग कर रहे थे । जिन्हें हर कोई उनकी भाषा को देख रहा था । दिव्यांग अमन नामदेव ने बताया कि जिस प्रकार सरकार लाडली बहना को पैसा दे रही है। उसी प्रकार सरकार बनने से पहले उन्हें भी आर्थिक सहायता राशि बढ़ा कर दिए जाने की बात कही गई थी किंतु अभी तक वह घोषणा पूरी नहीं हुई है । वह चाहते हैं कि दिव्यांगजनों को भी आर्थिक सहायता राशि बढ़ा कर दी जाए।