बालाघाट(पदमेश न्यूज़)
एक ओर शासन द्वारा पूरे जिले में पक्की सड़कों का जाल बिछाने और गांव-गांव में पक्की सड़क बिजली पानी के इंतेजाम किए जाने का दावा किया जा रहा है.तो वहीं दूसरी ओर जिले के कई गांव ऐसे हैं जहां अब तक पक्की सड़क की सौगात ग्रामीणों को नहीं मिल पाई है। तो वही पेयजल सहित अन्य मूलभूत सुविधाओं के लिए ग्रामीण तरस रहे हैं जिसके चलते ग्रामीणों का आक्रोश लगातार बढ़ते जा रहा है.ताजा मामला जनपद पंचायत बालाघाट के अंतर्गत ग्राम पंचायत सकरी का है जहा के ग्रामों में निवासरत ग्रामीण आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित दिखाई दे रहे है । जबकि पूर्व में भी ग्रामीणों ने शासन प्रशासन से सड़क को लेकर मांग कि थी।वही ज्ञापन के माध्यम से शासन प्रशासन को समस्या से अवगत कराया था । बावजूद इसके भी आज तक इस गांव की सड़क का निर्माण नहीं किया गया है तो वहीं ग्रामीणों को नल जल योजना का लाभ भी नहीं मिल रहा है। जहां तकनीकी समस्या के चलते पिछले 6-7 दिनों से ग्रामीण को पीने के पानी के लिए डेढ़ से 2 किलोमीटर दूर वैनगंगा नदी जाकर वहां से पीने का पानी लाना पड़ रहा है। बताया जा रहा है की शिकायत करने पर भी उनकी समस्या का निराकरण न होने के चलते ग्रामीण आक्रोशित हैं जिन्होंने यथाशीघ्र गांव में सड़क और पेय जल आपूर्ति की व्यवस्था किए जाने की मांग की है
करीब 50 वर्षो से नही बनी सड़क
स्थानिय ग्रामीणों द्वारा बताया गया कि उनके गांव के ग्रामीणों द्वारा करीब 50 वर्षों से गांव पहुंच मार्ग का पुनः निर्माण कराए जाने की मांग की जा रही है वही पक्का मार्ग बनाकर दिए जाने को लेकर कई बार आवेदन निवेदन किया गया है लेकिन आज तक उनके गांव टोला में पक्की सड़क का निर्माण कार्य नहीं कराया गया है। जिसके चलते स्थानीय ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है उन्होंने बताया कि गाँव पहुच मार्ग में बड़े-बड़े गड्ढे हो गए है।जिसकी मरम्मत की जहमत भी अब तक संबंधित विभाग व ग्राम पंचायत द्वारा नहीं उठाई गई है।जिसके चलते कई गांवों के ग्रामीण उबड़_खाबड़ , जर्जर और गड्ढे भरी सड़क से आवागमन करने को मजबूर हैं।जहाँ लाख मिन्नतें करने के बावजूद भी उक्त मार्ग का पुनः निर्माण या उक्त मार्ग की मरम्मत तक संबंधित विभाग व पंचायत द्वारा नहीं कराई गई है। जिसके चलते उक्त मार्ग से आवागमन करने वाले कई गांवों के ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है ।
जिम्मेदारो का नही है कोई ध्यान
बताया जा रहा है कि ग्राम पंचायत सकरी में दो गांव ऐसे है जहां बरसात के दिनों पहुंच मार्ग पर पैदल चलना दूभर हो जाता है , जिससे स्वास्थ्य सेवा ,स्कूली छात्र छात्राएं अपने पढ़ाई से वंचित हो जाते है इसके बावजूद भी शासन प्रशासन के उच्च अधिकारी एवं क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों को कोई सुध नहीं है ,जिस कारण सेमरटोला ,सकरी टोला के ग्रामीण जनों में आक्रोश दिखाई पड़ रहा है ।उसी प्रकार इन ग्रामों के ग्रामीणों को हमेशा पेयजल की समस्या बनी हुई है ,जल निगम के द्वारा नल कनेक्शन दिया गया है पर नलों में हमेशा पेयजल नहीं दिया जाता है ,जिस कारण ग्रामीणों को दूरदराज से पेयजल लाना पड़ रहा है इन ग्रामों में हैंडपंप है पर दूषित पानी निकलने के कारण ग्रामीणजन पानी नहीं पीते है और वैनगंगा का पानी पीने में मजबूर है इसके बावजूद भी शासन प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी ग्रामीणों की इन समस्या पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
2 हैंडपम्प वो भी खराब, कुए का पानी पीने योग्य नही- ग्रामीण महिलाए
इस पूरे मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान सकरी टोला निवासी श्रीमती अनुसूया बघेल, श्रीमती ठाकरे और कस्तूरबा बाई ने संयुक्त रूप से बताया कि पिछले 6-7 दिनों से नल जल योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। गांव में दो हैंडपंप है पर दोनों खराब है। पंचायत के कुएं में भी लोगो ने कूड़ा करकट डाल दिया है ।जिसके चलते कुएं का पानी भी पीने योग्य नहीं है। इसलिए हमे 2 किलोमीटर दूर वैनगंगा नदी जाकर पीने का पानी लाना पड़ रहा है। ग्राम पंचायत में शिकायत किए पर उन्होंने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया है। इसके अलावा यहां सड़क की काफी समस्या है। बरसात के समय लोग घरों में कैद होने के लिए मजबूर हो जाते हैं।स्कूल वैन तक गांव में नहीं आती कई बार शिकायत कर चुके हैं लेकिन मामले में कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
करीब 50 वर्ष से कर रहे पक्की सड़क की मांग- मंजू
वही मामले को लेकर की गई चर्चा के दौरान स्थानीय ग्रामीण मंजू कौशिक ने बताया कि सबसे ज्यादा समस्या यहां बरसात के दिनों में होती है बरसात के दिनों में करीब 200 मीटर का मार्ग कीचड़ में तब्दील हो जाता है। बच्चे स्कूल नहीं जा पाते, करीब 50 वर्षों से ग्रामीणों द्वारा पक्की सड़क की मांग की जा रही है लेकिन ग्रामीणों की इस मांग को पूरा नहीं किया जा रहा है।
कही कोई सुनवाई नही हो रही है- अशोक बघेले
वहीं ग्रामीण अशोक बघेले ने बताया कि उनके गांव में आने आने का रास्ता काफी खराब है सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों में होती है यह मार्ग बंद हो जाता है। उनके बहू की डिलीवरी हुई थी तब एंबुलेंस 108 से बहू को लेकर घर पहुंचे थे तो एंबुलेंस सड़क के कीचड़ में फंस गई थी। उन्होंने ट्रैक्टर से टोचन लगाकर एंबुलेंस को निकाला था यहां पर जल की समस्या है जिसका समाधान नहीं किया जा रहा है। कई बार आवेदन निवेदन किया गया है लेकिन हमारी कहीं कोई सुनवाई नहीं हो रही है ।हमारी मांग है कि जल्द से जल्द पक्की सड़क का निर्माण कराया जाए वहीं पेयजल सहित अन्य मूलभूत सुविधाएं दी जाए।
जल्द ही पानी की सुविधा मिलने लगेगी- प्लांट इंचार्ज
पेयजल समस्या को लेकर दूरभाष पर की गई चर्चा के दौरान जल निगम पावर प्लांट इंचार्ज ने बताया कि नदी के टैंक में मलमा भर जाने एवं नदी का जल स्तर नीचे जाने के कारण टैंक में पानी का अभाव हो गया है टैंक से मलमा निकालने का कार्य चालू है ,संभवतः कल तक मलमा निकाल लिया जाएगा। जल्द से जल्द ग्रामीणों को पूर्व की तरह नल जल की सुविधा मिलने लगी है।