खेल और युवा कल्याण विभाग जिला कराते प्रशिक्षण केंद्र द्वारा नगर के मुलाना स्टेडियम स्थित कराते हाल में एक माह के लिए नि:शुल्क कराते आत्मरक्षा शिविर का आयोजन किया गया है। जिसका समापन 30 में को किया जाएगा।1मई से निरंतर चल रहे इस निःशुल्क ग्रीष्मकालीन कराते/ आत्मरक्षा शिविर के माध्यम से बालक, बालिकाओं और युवतियों को कराते और आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं।मुलाना स्टेडियम के कराते हाल में आयोजित इस कराते एवं आत्मरक्षा खेल प्रशिक्षण शिविर में बालको से अधिक बालिकाए नि:शुल्क प्रशिक्षण ले रही है।जहा सुबह के समय लगभग 75 बालक बालिकाएं एवं शाम के समय लगभग 65 बालक बालिकाएं शिविर का लाभ उठा रही है। जहां बालिकाओं की संख्या अधिक होने और उन्हें कराते व आत्मरक्षा के गुरु सीखने के साथ-साथ आत्मरक्षा की कानूनी जानकारी देने के लिए करने की पूर्व कराते खिलाड़ी एवं पुलिस विभाग रेडियो वायरलेस बालाघाट में सब इंस्पेक्टर के रूप में पदस्थ वसुंधरा शुक्ला और सब इंस्पेक्टर वैशाली कुथे ने शिविर का निरीक्षण कर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बालक बालिकाओं को कानूनी जानकारी देकर उनका आत्म बल बढ़ाया। वही आत्मरक्षा करने लिए कराते के साथ-साथ कानूनी प्रावधानों का भी लाभ उठाने की बात कही।
ये हुनर ऐसा है जो मैदान के साथ साथ मैदान के बाहर भी काम आएगा
पूर्व कराते प्रशिक्षित खिलाड़ी एवं पुलिस विभाग रेडियो वायरलेस बालाघाट में पदस्थ सब इंस्पेक्टर वसुंधरा शुक्ला एवं सब इंस्पेक्टर वैशाली कुथे ने सुबह शिविर में पहुंचकर खिलाड़ियों को साइबर क्राइम ,महिला अपराध, आत्म रक्षा शिविर, बेड टच, गुड टच औऱ ,डायल 100 आदि के बारे में जानकारी दी। वही किसी भी अप्रिय घटना या अप्रिय व्यवहार आभास होने पर अपने अभिभावकों को बताने की हिदायत दी। साथ ही सभी खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर उनका मार्गदर्शन किया।जिन्होंने खिलाड़ियों से मैदान में आत्म सुरक्षात्मक खेलों से जुड़े रहने के लिए कहा। उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि क्योंकि ऐसे खेल मैदान में तो काम हमेशा आएंगे एवं मैदान के बाहर भी जिंदगी में विषम परिस्थितियों में हमेशा बेटियों के लिए ढाल के रूप में काम आएंगे।जिन्होंने प्रशिक्षक सजिन्द्र कृष्णन के कार्यों व उनकर ,प्रशिक्षण की सराहना की।
खिलाड़ियों में सकारात्मक ऊर्जा के लिए जुंबा डांस
अयोजित कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षक सजिन्द्र कृष्णन द्वारा बताया गया कि खिलाड़ियों को कराते ,आत्मरक्षा के साथ प्रशिक्षण के अंत में प्रतिदिन जुंबा डांस कराया जाता है जिससे खिलाड़ियों में सकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव होता है।उन्होंने आगे बताया कि संपूर्ण जिले में अलग खेल के खेल शिविर लगाया जा रहा है।और यह खेल प्रशिक्षण शिविर जिला खेल अधिकारी कृष्ण कुमार चौरसिया के मार्गदर्शन में दिया जा रहा है ।