मोटापा बढ़ा तो मोटे अनाज का दीवाना होने लगा इंदौर, जानिये इसके फायदे व कुछ रेसिपी

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एक दौर था जब शहर में मोटा अनाज गरीबों का भोजन कहलाता था, लेकिन फिर धनाढ्य लोग मोटापे के चक्रव्यूह में ऐसे फंसे कि अपना मोटापा कम करने के लिए मोटे अनाज की शरण में आ गए। अब इंदौर का एलीट क्लास फिर से मोटे अनाज से मोहब्बत करने लगा है। दिलचस्प तो यह है कि बड़े घरों में खाना बनाने वाली आया में भी अब ऐसी महिला को तरजीह दी जा रही है, जिसे मोटे अनाज के व्यंजन बनाने आते हों।

मोटे अनाज के महत्व को देखते हुए घरों के साथ ही होटलों में भी मोटा अनाज परोसा जाने लगा है। संयुक्त राष्ट्र ने मोटे अनाज के फायदों को देखते हुए वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया है। पूरे वर्ष सरकार द्वारा देश के अलग- अलग हिस्सों में मिलेट मेलों को आयोजन किया जा रहा है।

मोटे अनाज से बन रहीं ये डिशइंदौर के घर, होटल और रेस्टोरेंट में मोटे अनाज से बन रहे व्यजंन खूब परोसे जा रहे हैं। इनमें रागी से तैयार व्यंजनों में रागी डोसा, रागी रोटी के साथ नारियल की चटनी, कालू हुली, चटनी पाउडर, कुकीज, टिक्की, मिलेट्स की खीर, ज्वार का पराठा, फ्राइड इडली, बर्गर, चाउमीन, पास्ता, पिज्जा, डोसा, इडली, सांभर, पूड़ी, खिचड़ी, पराठा, हलवा, कटलेट, टिक्की, भल्ला-चाट, पुलाव, लेमन पुलाव, कर्ड रागी राइस, उपमा, ज्वार की रोटी और चीला जैसे स्वादिष्ट आइटम खाने को मिल रहे हैंबदल रहे होटलों के मीनू कार्डमोटे अनाज के बदलाव का दौर सिर्फ घरों तक सीमित नहीं है। इंदौर के होटलों में भी मीनू कार्ड पर अब मोटे अनाज के व्यजंनों की लंबी लिस्ट दिखाई पड़ती है। मीनू कार्ड में मोटे अनाज से नाश्ता, लंच और डिनर तक शामिल रहते हैं। संपूर्ण भोजन के साथ ही लोगों को मोटे अनाज के सूप भी खूब पसंद आ रहे हैं। मिर्च और प्याज के साथ सूप काफी स्वादिष्ट भी हो जाता है।आप भी कुछ यूं बना सकते हैं रेसीपी1- रागी डोसारागी का आटा, चावल का आटा, दही, नमक, हरा धनिया, हरी मिर्च और प्याज मिलाएं। जरूरत के हिसाब से पानी डालकर एक घोल बनाएं और दो घंटे के लिए अलग रखें। तेल गरम करें और तड़के के सभी सामग्री डालें। जब सरसों के दाने चटकने लगे, तो घोल डालें। नान स्टिक पैन गरम करें और इस पर तेल डालकर हल्का सा गर्म करें। गर्म होने पर, एक करछी भरकर घोल डालें। इससे पतला डोसा बनाने के लिए गोलाकार करके फैलाएं और एक तरफ पकाएं। इसे पकाते वक्त इसके किनारों पर थोड़ा सा तेल डालें। जब यह दोनों तरफ से सिक जाएं तो इसे गर्म-गर्म सर्व करें।2- मिलेट्स की खीरबाजरा खीर (पायसम) रेसिपी बनाने के लिए सबसे पहले दूध को एक भारी तले वाले पैन में डालें और इसे मध्यम आंच पर रखें। फाक्सटेल बाजरा को धो लें। जब दूध में उबाल आ जाए तो धुले हुए बाजरा और केसर के रेशे दूध में मिला दें। दूध को उबलने दें। एक बार जब दूध में उबाल आ जाए, तो आंच धीमी कर दें और खीर को तब तक पकाएं जब तक कि बाजरा पूरी तरह से पक न जाए। इसमें करीब 10 से 15 मिनट का समय लगेगा। जब बाजरा पूरी तरह से पक जाए, तो ताजा कीसा हुआ नारियल और चीनी डालें और 10 मिनट तक धीमी आंच पर पकाएं। बीच-बीच में हिलाते रहें ताकि दूध गाढ़ा न हो जाए। कुछ देर बाद आंच बंद कर दें। खीर परोसने के लिए तैयार है।3. ज्वार का पराठाप्रेशर कुकर में आलू उबाल लें। ठंडे होने के बाद आलू मैश कर लें और इसमें ज्वार का आटा, हल्दी पाउडर, नमक, अदरक का पेस्ट, लहसुन का पेस्ट, कटी हुई हरी मिर्च और हरा धनिया डाल कर मिला दीजिए। अब नरम आटा गूंथ लें। एक लोई को चकले पर रखें और उस पर थोड़ा सा आटा छिड़कें। रोलिंग पिन का उपयोग करके, गेंद को एक सपाट डिस्क में रोल करें। गर्म तवे पर डिस्क रखें और इसके किनारों पर 1/4 बड़ा चम्मच घी डालें। पराठे को सुनहरा भूरा होने तक भून लीजिए। निचली सतह तैयार हो जाने पर इसे पलट दें।4. बाजरा का हलवातवा पर घी डाल कर गरम कीजिए। घी के हल्का गरम होने पर बाजरे का आटा डाल दीजिए। धीमी और मध्यम आंच पर आटे को लगातार चलाते हुए, हल्का ब्राउन रंग होने और अच्छी महक आने तक सेंक लीजिए। इसमें 1 कप पानी डाल दीजिए और चीनी डाल कर अच्छी तरह से मिला दीजिए। मध्यम आग पर पकने दीजिए और तब तक पकाएं जब तक कि हलवा गाढ़ा न हो जाए। काजू को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लीजिए, इलायची छीलकर, कूटकर उसका पाउडर बना लीजिए। हलवे के गाढ़ा होने पर इसमें काजू, किशमिश, कटा हुआ नारियल और इलायची का पाउडर डालकर सभी चीजों को अच्छे से मिला दीजिए और 2 मिनट के लिए और पका लीजिए। स्वादिष्ट हलवा बनकर तैयार है।

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