मोरक्को अब भी रच सकता है इतिहास:पिछले बार की फाइनलिस्ट क्रोएशिया से ब्राॅन्ज मेडल का मुकाबला

0

फीफा वर्ल्ड कप का फाइनल 18 दिसंबर को होना है। इससे पहले 17 दिसंबर को सेमीफइनल में हारने वाले टीमें क्रोएशिया और मोरक्को थर्ड प्लेस के लिए मुकाबला खेलेंगी। मैच अल रयान के खलीफा इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जाएगा। मोरक्को के लिए यह इतिहास रचने का मौका है। क्योंकि अगर वो मैच जीत जाता है तो थर्ड प्लेस पर आने बाला पहला अफ्रीकी देश बन जाएगा।

क्यों होता है थर्ड प्लेस मैच
वर्ल्ड कप में हमेशा से थर्ड प्लेस का मैच होता आया है। यह सेमीफाइनल में हारने वाली दोनों टीमों के बीच खेला जाता है। थर्ड प्लेस प्ले-ऑफ मुकाबला बड़े फाइनल से एक दिन पहले खेला जाता है। तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम को सम्मान और ब्रॉन्ज मेडल देने के लिए इसे आयोजित किया जाता है।

अब तक इतिहास में केवल दो बार ही वर्ल्ड कप में तीसरे स्थान का मैच नहीं हुआ है। साल 1930 और 1950 में। थर्ड प्लेस के लिए पहली बार मुकाबला 1934 वर्ल्ड कप में हुआ था जिसमें जर्मनी ने ऑस्ट्रिया को 3-2 से हराया था।

थर्ड प्लेस पर आने वाली टीम को मिलेंगे ज्यादा पैसे
तीसरे नंबर पर फिनिश करने वाली टीम को फीफा वर्ल्ड कप में ज्यादा इनाम राशि मिलती है। इस साल चौथे स्थान पर आने वाली टीम को 206 करोड़ रुपए मिलेंगे। वहीं तीसरे स्थान पर आने वाली टीम को 223 करोड़ रुपए का विनिंग अमाउंट मिलेगा।

दोनों टीमों का हेड टु हेड
दोनों टीमें एक दूसरे से सिर्फ 2 बार ही मिली है। जिसमें से एक बार इसी वर्ल्ड कप के ग्रुप स्टेज में मिले। इस वर्ल्ड कप में दोनों के बीच 0-0 से ड्रॉ हुआ था।

मोरक्को ने इस वर्ल्ड कप में बड़ी टीमों को हराया
यह वर्ल्ड कप मोरक्को के लिए खास रहा है। उसने पहले बेल्जियम की गोल्डन जनरेशन को हराया। इसके बाद राउंड ऑफ 16 में स्पेन को हरा कर उन्हें टूर्नामेंट से बाहर कर दिया। इसके बाद क्वार्टर फाइनल में उसने रोनाल्डो समेत पुर्तगाल के सपने भी तोड़ दिए।

डिफेंडिंग चैंपियंस फ्रांस के खिलाफ उसे मशक्कत करनी पड़ी। टीम को 2-0 से हार मिली। गौर करने वाली बात यह है की टीम ने विपक्षी टीम के खिलाफ सेमीफाइनल पहली बार खेला। इससे पहल कनाडा के खिलाफ पड़ा एक मात्र गोल मोरक्को के खिलाड़ी ने ही गलती से किया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here