वेदर सिस्टम एक्टिव होने के चलते संपूर्ण मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। जहां पश्चिमी विक्षोभ और बंगाल खाड़ी में वेदर एक्टिव होने के कारण प्रदेश के कई जिलों में बारिश होने की संभावना बनी हुई है। जिसे देखते हुए मौसम विभाग ने भी प्रदेश के कई जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है ।मौसम में लगातार हो रहे परिवर्तन और बारिश की आशंका को देखते हुए किसानों के माथे पर एक बार फिर से चिंता की लकीरें साफ देखी जा रही है। जहां मौसम परिवर्तन को देखते हुए किसान फसलों की गहाई में युद्ध स्तर से जुट गए हैं। बताया जा रहा है कि इस वर्ष बेमौसम हुई बारिश से फसलों की कटाई भी काफ़ी देरी से की गई है। तो वहीं अब फसलों की गहाई के समय एक बार फिर मौसम बदल रहा है। जिससे किसानों को उनकी खरी(धान की खरी) दाना अंकूर आने, और फसल खराब होने के साथ-साथ भारी नुकसान होने का डर सता रहा है। शायद यही वजह है कि गहानी के कार्य युद्ध स्तर से जुटे ज्यादातर किसान अब मौसम की बेरुखी को देखते हुए हार्वेस्टर या थ्रेसर से फसलों की गहानी कर रहे हैं। तो वही पशु चारा को देखते हुए कुछ किसान अब भी पारंपरिक तरीके से गहानी के कार्य में जुटे हुए हैं










































