युवक की मौत पर आक्रोशित ग्रामीणों ने किया चक्काजाम

0

वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। पुलिस थाना वारासिवनी अंतर्गत ग्राम कोस्ते में युवक की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों के द्वारा वारासिवनी मेंढक़ी मार्ग पर युवक के शव को सडक़ पर रखकर धरना प्रदर्शन कर चक्काजाम किया गया। जहां पूरे समय तनावपूर्ण स्थिति मौके पर बनी रही ग्रामीणों के द्वारा लकड़ी का काम करने वाले देवनाथ ठाकरे के खिलाफ अपराध दर्ज एवं गिरफ्तार करने की मांग को लेकर चक्काजाम किया गया। मौके की गंभीरता को देखते हुए वारासिवनी , रामपायली , लालबर्रा थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ एवं एसडीओपी वारासिवनी उपस्थित रहे। जिनके द्वारा मौके पर ग्रामीणों को समझाइए दी जाती रही जहां मार्ग के दोनों तरफ वाहनों की कतार लगी रही। तो वहीं आवागमन करीब २ घंटे तक अवरुद्ध रहा जहां पर पुलिस प्रशासन ने कड़ी मशक्कत कर ग्रामीणों को समझाइस दी गयी। इसके उपरांत यातायात व्यवस्था बहाल करवाई इसके बाद ग्राम में पुलिस प्रशासन अंतिम संस्कार संपन्न होते तक मौजूद रहा।

अज्ञात परिस्तिथि में ट्रैक्टर पलटने से गौरव की हुई मौत

प्राप्त जानकारी के अनुसार कोस्ते निवासी जितेंद्र ठाकरे का पड़ोसी देवनाथ ठाकरे लकड़ी का काम करता है। जिसके द्वारा ग्रामीण स्तर पर वृक्षों को खरीदी कर उसकी कटाई कर की आरा मिल में इमारती लकडिय़ां तैयार की जाती है। जिसके पास जितेंद्र ठाकरे का एकलौता पुत्र गौरव ठाकरे उम्र २० वर्ष बीते करीब १ वर्ष से कार्य करने के लिए जा रहा था। जो पार्ट टाइम में काम करता था इसके अलावा बालाघाट से आईटीआई कर रहा था। जो २९ मार्च की शाम ५ बजे काम पर गया हुआ था जिसके कुछ देर बाद घर वालों को गौरव ठाकरे के ट्रैक्टर के नीचे दबने की सूचना मिली। जहां परिजन पहुंचे तो गौरव ठाकरे की मौत हो गई थी जिसमें पुलिस के द्वारा जेसीबी की सहायता से ट्रैक्टर को हटाकर गौरव ठाकरे का शव बरामद कर रात्रि में सिविल अस्पताल में सुरक्षित रखवा दिया गया था। जिसका ३० मार्च को शव विच्छेदन गृह में आवश्यक पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। वहीं मर्ग जांच में मामले को लिया गया था।

दर्दनाक दुर्घटना में कार्यवाही नहीं होने से ग्रामीण हुए आंदोलित

सिविल अस्पताल से गौरव ठाकरे का शव लेकर परिजन अपने ग्राम कोस्ते पहुंचे जहां पर ग्रामीणों में पुलिस की कार्यवाही को लेकर असंतोष देखा गया। जिनके द्वारा मृतक गौरव ठाकरे को न्याय दिलाने देवनाथ ठाकरे के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज करवाने की मांग को लेकर देवनाथ ठाकरे के घर के सामने पलंग में गौरव ठाकरे का शव रखकर मार्ग पर चक्काजाम करते हुए विरोध प्रदर्शन किया गया। जहां ग्रामीणों के द्वारा पुलिस प्रशासन एवं देवनाथ ठाकरे के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए नारेबाजी भी की जाती रही। जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण जन मौजूद रहे जिनके द्वारा मामले में कार्यवाही करने की मांग की गई। इस दौरान आक्रोश बढऩे की जानकारी लगते ही थाना प्रभारी वारासिवनी हेमंत नायक मौके पर पहुंचे। जहां भीड़ ने उन्हें दौड़ कर घेर लिया और काफ ी हॉट टॉक होने लगी। जिस पर रामपायली और लालबर्रा थाना प्रभारी पुलिस बल सहित एसडीओपी वारासिवनी अभिषेक चौधरी भी मौके पर पहुंचे। जिनके द्वारा ग्रामीणों को समझाइए देने का कार्य किया जाता रहा परंतु ग्रामीण कार्यवाही की मांग पर अड़े रहे । जिस पर पुलिस थाना वारासिवनी के द्वारा तत्काल मर्ग कायमी में देवनाथ ठाकरे के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा १०६ (१) के तहत अपराध दर्ज कर ग्रामीणों को जानकारी दी गयी। जिसके बाद ग्रामीणों ने शव उठाकर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया प्रारंभ की पुलिस प्रशासन ग्राम में अंतिम संस्कार होने तक उपस्थित रहा। यह चक्काजाम करीब २ घंटे चला इस दौरान यातायात अवरुद्ध रहा जहां पुलिस ने समझाइस एवं कार्यवाही के माध्यम से यातायात व्यवस्था बहाल करवायी।

देवनाथ ठाकरे ने फोन कर मृतक गौरव को पानी लेकर बुलाया था-सत्यप्रकाश बिसेन

सत्य प्रकाश बिसेन ने बताया कि गौरव ठाकरे को शाम ५ बजे देवनाथ ठाकरे ने फ ोन कर डोंगरगांव रोड़ पर उनका लकड़ी काटने का काम चालू है जहां पर पानी लेकर आने के लिए कहा गया। उसके बाद वहां पर क्या हुआ इसकी हमें जानकारी तो नहीं है परंतु बाद में हमें घटना की जानकारी लगी। इस पूरे मामले में हमारी प्रशासन से मांग है कि जैसा वह किसी भी अपराधी का बिना जांच किया घर तोड़ देते हैं उसे गिरफ्तार करते हैं तो हम चाहते कि यहां पर इसे गिरफ्तार करें और वह जब करना था तो उनके द्वारा बाडी पीछे से क्यों किया गया।

मृतक गौरव को पानी लाने के बहाने बुलाया जो गलत था-सरस्वती राहगंडाले

सरस्वती रहाँगडाले ने बताया कि मैं मृतक की मौसी हूं लडक़ा आईटीआई से आया हुआ था जिसे पानी लाने के बहाने से खेत में बुलाया गया। जहां वह ट्रैक्टर में दब गया तो सब वहां से भाग कर आ गए कुछ लोगों के माध्यम से हमें जानकारी लगी की लडक़ा ट्रैक्टर में दबा है। जाकर देखें तो स्टेरिंग में फस गया था वहां पर ट्रैक्टर के माध्यम से लकड़ी खींच रहे थे तब यह हादसा हुआ बता रहे हैं। परंतु क्या करें पता नहीं इन्होंने दो घर बर्बाद किए हैं हम चाहते हैं कि हमें न्याय मिले।

मेरे भतीजे की मौत का कारण देवनाथ ठाकरे है हमें न्याय मिलना चाहिए-नेतराम ठाकरे

नेतराम ठाकरे ने बताया कि देवेंद्र ठाकरे के पास लडक़ा काम पर जाता था पार्ट टाइम और आईटीआई भी करता था। सुबह ५ बजे वह लडक़े को ले जाता था जो ९ बजे घर आता था १० बजे फिर आईटीआई जाता था और शाम को ४ बजे आता था। मेरा भतीजा कोई ड्राइवर नहीं है ५ बजे मुझे जानकारी लगी कि देवनाथ ठाकरे ने उसे फ ोन करके बुलाया था उसी के साथ यह भी सूचना लगी की ट्रैक्टर में लडक़ा फ स गया है। तो फि र मैं देवनाथ को फ ोन लगाया तो उसने मुझे धमाने पर आने के लिए कहा तो मैं समझ गया कि मेरा लडक़ा खत्म हो गया है। हमें यहां पर प्रदर्शन करने की कोई जरूरत नहीं है परंतु रात भर इन लोगों ने क्या किया यह जानना चाहते हैं। इन्हें कार्यवाही करना था मेरे भतीजे की मौत का कारण देवनाथ ठाकरे है हमें न्याय मिलना चाहिए।

लकड़ी के ट्रैक्टर में दबने से गौरव की मौत हो गई-अभिषेक चौधरी

एसडीओपी अभिषेक चौधरी ने बताया कि २९ मार्च को हमें सूचना मिली थी की कोस्ते का गौरव ठाकरे जो आईटीआई करता है वह लकड़ी के ट्रैक्टर में दब गया है और उसकी मौत हो गई है। जिसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को देखकर उनके निर्देश अनुसार कार्यवाही की गई थी। आज पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को दिया गया था। जिन्होंने शव को ग्राम में लाकर ग्रामीणों और परिवार के लोगों ने रोड़ पर रखकर प्रदर्शन कर रहे थे। जिन्हें समझाइस दी गई है कि अपराधी के खिलाफ अपराध दर्ज किया जाएगा और जो भी विधि सम्मत कार्यवाही होगी वह हम करेंगे जिस पर यह प्रदर्शन समाप्त हुआ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here