संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भारत सरकार से दोनों देशों के बीच संचालित हवाई उड़ानों में प्रति सप्ताह 50 हजार और सीटें बढ़ाने की मांग की है। इसके लिए लगातार वह दबाव भी बना रहा है। यह एक ऐसी मांग है, जिससे भारत में एयरलाइंस को घातक झटका लग सकता है। दुबई सिविल एविएशन अथॉरिटी के महानिदेशक मोहम्मद ए अहली ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लिखे पत्र में भारत से अमृतसर, तिरुचिरापल्ली, कोयम्बटूर, कन्नूर, गोवा, भुवनेश्वर, गुवाहाटी और पुणे से दुबई जाने वाली फ्लाइट्स के लिए अतिरिक्त पॉइंट की अनुमति देने के लिए कहा है। अगर इसे मंजूरी मिल जाती है तो संयुक्त अरब अमीरात जाने वालों यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा।
खबर के मुताबिक भारतीय एयरलाइंस गल्फ के लिए अधिक सीटों का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। संयुक्त अरब अमीरात की प्रमुख एयरलाइन कंपनी अमीरात, पहले से ही भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच सबसे अधिक फायदेमंद रूटों में से कुछ का संचालन करता है। एयरलाइन वर्तमान में भारत के नौ शहरों, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोच्चि, कोलकाता और तिरुवनंतपुरम से संचालित होती है।
यूएई भारत सरकार पर और फ्लाइट्स बढ़ाने की अनुमति देने का दबाव बना रहा है। इससे पहले, अमीरात एयरलाइंस के प्रमुख टीम क्लार्क ने भारतीय एयरलाइंस के विरोध को दरकिनार कर दिया था और भारत सरकार से और मार्ग खोलने के लिए कहा था। सिंधिया को लिखे अपने पत्र में मोहम्मद अहली ने कहा कि भारत और यूएई की सरकारों ने विभिन्न क्षेत्रों में व्यापार और वाणिज्य के साथ-साथ सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं, और इस तरह के सभी व्यवसायों के साथ-साथ लोगों को एक साथ लाने और हमारे दोनों देशों के बीच विचारों के आदान-प्रदान में दुबई-भारत एयर ट्रांसपोर्ट सेक्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। दुबई सिविल एविएशन अथॉरिटी के महानिदेशक ने केंद्रीय मंत्री सिंधिया से अनुरोध किया है कि दुबई और भारत के बीच क्षमता और सेवाओं को और बढ़ाने की संभावना का पता लगाने के लिए हमारे संबंधित सिविल एविएशन अथॉरिटी की द्विपक्षीय बैठक बुलाने पर विचार करें।