क्या आपने कभी सड़क के बीच बत्तखों को तैरते देखा है? यदि नहीं तो आप अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद की नगरी से आदिवासी अंचल के कश्मीर कहे जाने वाले कट्ठीवाड़ा मार्ग पर सफर करें। ये नजारा आपको नजर आ जाएगी। यहां सड़क इतनी बदहाल हो चुकी है कि बारिश में कई जगह जलजमाव ने मिनी ताल का रूप ले लिया है। एक जगह इतना पानी जमा है कि बत्तखों ने यहां तैरना शुरू कर दिया है। बदहाल मार्ग के अभ्यस्त हो चुके ग्रामीणों को यह नजारा हैरान नहीं करता, मगर यहां आने वाले सैलानी इसे देख चौंक जाते हैं।
उदयगढ़ से आजादनगर और यहां से कट्ठीवाड़ा तक मार्ग निर्माणाधीन है। इसे गुजरात सीमा तक जोड़ा जाना है। मार्ग की दूरी 60 किमी है। करीब 184 करोड़ रुपये लागत से इसे टू-लेन बनाया जा रहा है। मप्र सड़क विकास निगम निर्माण एजेंसी है। निगम ने कट्ठीवाड़ा-आजादनगर-उदयगढ़ हाईवे कंपनी प्रालि को इसके निर्माण का जिम्मा सौंपा है। फिलहाल काम सुस्त गति से चल रहा है। नतीजतन लोग परेशानी झेलने को मजबूर हैं। बारिश प्रारंभ होते ही कई जगह जलजमाव हो रहा है। गांव करेली मउड़ी में सरकारी स्कूल के सामने पानी इतना जमा है कि बत्तखों ने इसमें अठखेलियां शुरू कर दी हैं। बत्तख यहां बेफिक्री से तैरते दिखती हैं। मार्ग से गुजर रहे राहगीर विजय कुलकर्णी ने बताया कि मुश्किल भरा सफल है। मार्ग पर वैसे ही चलना दूभर था, बारिश ने परेशानी और भी बढ़ा दी है।
बारिश थमते ही सुधार
बारिश थमते ही मार्ग पर गड्ढों में भराव सहित अन्य जरूरी काम कर दिए जाएंगे। वन विभाग की आपत्ति वाली भूमि को छोड़कर शेष करीब 80 फीसद हिस्से में काम भी तेजी से आगे बढ़ाया जाएगा।-मुकेश अंबानी, प्रोजेक्ट इंचार्ज, कट्ठीवाड़ा-आजादनगर-उदयगढ़ हाईवे कंपनी प्रालि
यह भी जानिये
बारिश में अंचल सहित गुजरात से बड़ी संख्या में सैलानी कट्ठीवाड़ा आते हैं। यहां के जंगल तो मनोरम हो ही जाते हैं, झरने भी फूट पड़ते हैं। मार्ग -कट्ठीवाड़ा बारिश के लिए भी मशहूर है। यहां हाल ही में एक ही दिन में 10 इंच से ज्यादा बारिश हुई है। क्षेत्र में हर साल सामान्य से अधिक (करीब 70 इंच) बारिश होती है।