प्रदेश के लगभग आगे हिस्से में मानसून सक्रिय है। जिसके चलते भोपाल, होशंगाबाद, ग्वालियर, जबलपुर संभाग के जिलों में कई स्थानों में और इंदौर संभाग में कहीं-कहीं तेज बौछारें पड़ने के आसार हैं। उधर मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक सागर में 6.0, खजुराहो में 3.0, दमोह में 2.0, ग्वालियर, नौगांव में 0.4, भोपाल में 0.1 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में तीन वेदर सिस्टम सक्रिय हैं। इस वजह से अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिल रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 34.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से दो डिग्रीसे.कम रहा। न्यूनतम तापमान 24.2 डिग्रीसे. रिकार्ड हुआ। यह सामान्य से एक डिग्रीसे. कम है।
उमस ने किया बेचैन
मानसून के सक्रिय रहने के कारण वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद है। सुबह के समय आसमान साफ रहने से धूप निकलती है। जिसके चलते उमस बढ़ जाती है। तापमान बढ़ने के कारण दोपहर बाद बादल छाने लगते हैं और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने लगती हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक कम दबाव का क्षेत्र झारखंड और उससे लगे उत्तरप्रदेश पर सक्रिय है। पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इसी तरह राजस्थान और उससे लगे हरियाणा पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इन तीन वेदर सिस्टम के कारण अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी आ रही है। इस वजह से अलग-अलग स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश हो रही है। बुधवार को भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर, ग्वालियर संभाग के जिलों में कई स्थानों पर और इंदौर संभाग में कहीं-कहीं बरसात हो सकती है।