नगर के विभिन्न चौक चौराहे व गलियां इन दिनों अवैध होर्डिंग्स और बैनरों से सज चुकी है। होर्डिंग्स लगाने की उचित नियमावली होने के बाद भी जिम्मेदारों का अब तक इस पर कोई ध्यान नहीं है जिसके चलते आए दिनों नगर में अवैध होर्डिंग्स लगाने का कारोबार जमकर फल फूल रहा है और लोग जहां मन आए वहां अवैध होर्डिंग्स लगाकर नगर की सूरत बिगाड़ने का काम कर रहे हैं नगर के विभिन्न चौक चौराहों व मुख्य मार्गों पर अवैध होर्डिंग्स लगाने से न सिर्फ नगर की सूरत बिगड़ रही है बल्कि यातायात प्रभावित होने के साथ-साथ नगरपालिका को राजस्व का भी नुकसान उठाना पड़ रहा है।बावजूद इसके भी जिम्मेदार इस पर चुप्पी साधे हुए हैं और नगर कि बिगड़ रही इस व्यवस्था पर जिम्मेदार अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं है।नगर के लोगों के साथ जनप्रतिनिधियों से जुड़े लोग ही शहर की सूरत को बिगाड़ रहे है। चाहे कोई धार्मिक आयोजन हो, नया साल हो, जन्मदिन हो या सांस्कृति कार्यक्रम या फिर राजनीतिक आयोजन हो नगर में बगैर अवैध बैनर, होडिंग के आज कल कोई भी आयोजन पूरे नही हो रहे है। इन दिनों पूरा शहर जनप्रतिनिधि सहित अन्य आयोजनों के अवैध होर्डिंग्स से पट गया है। ऐसे में शहर की बिगड़ती सूरत को संवारकर इन्हे लगाने वालों पर अंकुश लगाने वाले जिम्मेदार अधिकारी दफ्तरों में बैठकर ए.सी,में आराम फरमा रहे है।वही नगर में अवैध होर्डिंग्स लगाने वालों या लगवाने वालो पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है।
जहा मन किया वहां टँगा दी होडिंग
नगर में होने वाले किसी भी आयोजन के पूर्व से ही शहर में हर तरफ थोड़ी दूरी पर होर्डिंग्स, बैनर, पोस्टर लगे नजर आने लगते है। होर्डिंग्स से बिगड़ रही शहर की सूरत को संवारने का जिम्मा वैसे तो नगर पालिका का है लेकिन जिम्मेदारों के ध्यान नहीं देने से जिसका जहा मन करता वह अपने नाम फोटो की होर्डिंग चौराहों पर लगा देता है। बाद में यह होर्डिंग हर पल हादसों को न्यौता देते नजर आते है।
अवैध होर्डिंग्स दे रहे हादसों को न्यौता
चौराहों से गुजरते वक्त राहगीरों का ध्यान न भटके और चारों ओर से आने वाली गाड़ियां स्पष्ट रूप से दिखाई दें, इसके लिए चौराहों से 15 मीटर दूर होर्डिंग लगाने का प्रावधान है, लेकिन शहर के अधिकांश चौराहे होर्डिंग से पटे हैं।बेतरतीब ढंग से लगे ये होर्डिंग न सिर्फ शहर की सूरत बिगाड़ रहे हैं, बल्कि नगर पालिका को लाखों रु के राजस्व का भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
दिखावे तक सिमित रहता है नपा का अभियान
बात अगर नपा कार्यवाही की करे तो कभी-कभी नगर पालिका ऐसे होर्डिंग के खिलाफ अभियान भी चलाती है, मगर कुछ दिन बाद ही स्थिति जस की तस हो जाती है।ये अवैध विज्ञापन सड़क को क्रास करते हुए डिवाइडर पर, हाइवे पर, बिजली के खंभों पर, विज्ञापन के लिए प्रतिबंधित क्षेत्रो पर, निजी भूमि भवन एवं सार्वजनिक कालेज, स्कूल, मंदिर के आसपास, सर्किट हाउस रोड होर्डिंग,जय स्तम्भ चौक, हनुमान चौक, भटेरा चौकी, बैहर चौकी,काली पुतली चौक, बस स्टैंड, रानी आवन्ति बाई चौक सहित अन्य जगहों पर नजर आ रहे है।
क्या कहता है नियम
बात अगर नियम की करें तो नियम के अनुसार नगर में होर्डिंग्स लगाने के पूर्व नपा,की अनुमति लेना अनिवार्य है अनुमति के बगैर कोई भी व्यक्ति शहर में किसी भी प्रकार से प्रचार-प्रसार के लिए किसी भी आयोजन का बैनर, पोस्टर व होर्डिंग नहीं लगा सकता है। उसके बाद भी शहर की बिगड़ी सूरत को अब तक संवारने का काम जिम्मेदारो द्वारा नही किया जा रहा है।और लोग नगर में मनमाने तरीके से अवैध होर्डिंग्स लगा रहे है।वही बात अगर मप्र आउटडोर विज्ञापन मीडिया नियम 2017 और मध्यप्रदेश सम्पत्ति विरूपण अधिनियम 1994 के प्रावधानों की करे तो इसका खुला उल्लंघन नगर में देखने मिल रहा है। बावजूद इसके भी जिम्मेदार हाथ पे हाथ धरे बैठे है और नियमो का उल्लंघन करने वालो पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है।
जिम्मेदार ,नहीं उठाते फोन
मामले को लेकर नगरपालिका कुछ जिम्मेदारो के दूरभाष क्रमांक में कई बार संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। आपको बताएं कि इसके पूर्व कई बार अवैध बैनर पोस्टर पर कार्यवाही किए जाने की बात जिला प्रशासन और नपा अधिकारियों द्वारा कही गई है लेकिन आज तक वृद्ध तौर पर कार्यवाही नहीं की गई है शायद यही वजह है कि अक्सर नियमों को ताक में रख लोग नगर में अवैध बैनर पोस्टर जहा तहा लगा देते है।जिनपर कार्यवाही करने के बजाय जिम्मेदार ए.सी में आराम फरमाते नजर आते हैं।