साल 2016 से भारत में पाकिस्तान के कलाकारों के काम पर पर बैन लगा है और अब इस पर टीवी और फिल्मों के एक्टर राजीव खंडेलवाल ने आपत्ति जताई है। उनका मानना है कि पड़ोसी मुल्क के कलाकारों को इंडिया में काम करने से रोकना सिर्फ एक राजनीति है और राजनेताओं को ऐसा करने का कोई हक नहीं है! उन्होंने ये भी कहा कि जहां पर अमन बनता भी है तो वहां भी पार्टियों के लोग आकर हिंदू-मुस्लिम एंगल देकर नफरत फैलाने का काम करते हैं।
Rajeev Khandelwal ने ‘कहीं तो होगा’ जैसे सीरियल और ‘आमिर’ जैसी फिल्म में काम किया है। वो अपनी दमदार एक्टिंग के लिए जाने जाते हैं। हालिया रिलीज ‘शोटाइम’ में नजर आ रहे एक्टर ने पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने पर अपनी प्रतिक्रिया दी। मालूम हो कि साल 2016 में उरी हमले के बाद भारत में पाकिस्तानी कलाकारों के काम करने पर रोक लग गई थी। इससे पहले फवाद खान, माहिरा खान सहित कई पाकिस्तानी सितारों ने बॉलीवुड फिल्में की थीं।
48 साल के एक्टर ने बॉलीवुड बबल को दिए इंटरव्यू में कहा कि राजनेताओं द्वारा पाकिस्तानी कलाकारों पर प्रतिबंध लगाने की वकालत करना अन्यायपूर्ण है। उन्होंने कहा, ‘नहीं नहीं, ये राजनीति है। बहुत गलत है। लोगों को बैन करने वाले कौन होते हैं राजनेता? हमारी राजनीति कुछ चीजों में तानाशाही करती है। जहां पर प्यार बढ़ सकता है, उस प्यार को भी आप किसी भी कारण से बढ़ने नहीं दे रहे, तो ये मुझे समझ नहीं आता।’
‘राजनीतिक पार्टी के लोग हिंदू-मुस्लिम एंगल दे देते हैं’
एक्टर ने आगे कहा, ‘मेरा कमेंट करना भी गलत होगा, क्योंकि मुझे समझ ही नहीं आता है कि क्यों? हम अमन की बात करते हैं ना। तो जहां अमन बन रहा है, वहां भी राजनीतिक पार्टी के लोग आकर उनको हिंदू-मुस्लिम का एंगल दे देते हैं। तो वो गलत है। ऐसा थोड़ी है कि पाकिस्तान की सरकार उन्हें एजेंट की तरह भेज रही है। पता नहीं। मैंने बहुत सारा प्यार आते देखा है।’










































