लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले बयानबाजी तेज हो गई है। अपने बेबाक बयानों की वजह से सुर्खियों में रहने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ के डीएनए वाले बयान से सियासी बवाल मचा हुआ है। समाजवादी पार्टी ने तो साफ-साफ कहा है कि एक सीएम से इस तरह के बयानों की उम्मीद नहीं की जा सकती है। दरअसल एक कार्यक्रम के दौरान योगी ने कहा कि जो लोग जय श्रीराम नहीं बोलते हैं मुझे उनके डीएनए पर शक होता है।
कही ये बात
एक कार्यक्रम के दौरान सवाल का जवाब देते हुए योगी ने कहा, ‘मुझे नहीं लगता की यूपी या देश के किसी व्यक्ति को जय श्री राम बोलने में दिक्कत होगी। राम हमारे पूर्वज थे, हमें इसपर गर्व होना चाहिए। जो लोग ऐसा नहीं मानते मुझे उनके डीएनए (DNA) पर थोड़ा संदेह है।’ यूपी की कानून व्यवस्था पर बात करते हुए योगी ने कहा कि पिछले कुछ सालों से यहां दंगे नहीं हुए हैं। उन्होंने कहा कि दंगे होंगे तो क्या हिंदू मरेगा तो मुस्लिम सुरक्षित रहेगा? सीएम ने कहा कि दंगे की चपेट में सब आएंगे और अगर एक तबका सुरक्षित है तो दूसरा भी सुरक्षित रहेगा।
साधा था सरकारों पर निशाना
इससे पहले पूर्ववर्ती सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा था, ‘2017 से पहले चयन आयोग और बोर्ड भ्रष्टाचार का अड्डा हुआ करते थे। सरकारी नौकरियों की प्रक्रिया कलंकित थी। जातिवाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार इस कदर हावी था कि न्यायालय को जांच करानी पड़ी। युवाओं के हितों पर कुठाराघात होता था, युवा कुंठित थे, लेकिन आज अपने-पराए का भेद नहीं है। आयोगों की जड़ता, पक्षधरता और अराजकता की नीति से उत्तर प्रदेश मुक्त हो चुका है और उत्तर प्रदेश में अब योग्यता, प्रतिभा और मेरिट का सम्मान है।’