रावण दहन में वर्षा ने डाला खलल, ठंडा पडा लोगों का उत्साह

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दशहरा पर्व के अवसर पर राजधानी में करीब दो दर्जन स्‍थानों पर सार्वजनिक रावण दहन का आयोजन किया गया लेकिन बारिश ने रावण दहन कार्यक्रम में जमकर खलल डाला। कोरोना संकटकाल के कारण दो साल लोग उत्साह पूर्वक त्योहार मनाने की तैयारी कर रहे थे लेकिन बारिश ने उनके उत्साह को ठंडा कर दिया। शहर के अलग-अलग मैदानों पर खड़े रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले भीग गए। इससे पुतलों का दहन करने में आयोजन समितियों के पसीने छूट गए। बड़ी मुश्किल से पेट्रोल का सहारा लेकर पुतलों का दहन किया गया। इतना ही नहीं मैदान पर कीचड़ होने से आयोजन समितियों द्वारा की गईं व्यवस्थाओं को भी पलीता लग गया।मंत्री विश्‍वास सारंग और महापौर छोला दशहरा मैदान पर आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में शामिल हुए, बारिश के बाद भी विश्‍वास सारंग ने सभा को संबोधित किया, वहीं दर्शकों ने पानी से बचने के लिए सिर पर कुर्सी लग ली थी टीटी नगर और बिट्टन मार्केट दशहरा मैदान पर अतिशबाजी के दौरान पटाखे फूटे तो चिंगारियां बैठे लोगों पर गिरीं। इससे लोग कुर्सियों से भागते दिखे। इससे भगदड़ मच गई, हालांकि इन घटनाओं से कोई जनहानि नहीं हुई।वहीं, मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय मैदान पर वर्षा से भीगने से रावण के पुतले की गर्दन गिर गई। बिट्टन मार्केट में रावण का पुतला गिर गया। कुंभकर्ण, मेघनाथ के पुतले हर साल की तरह धू-धू करके नहीं जल सके। इसी तरह अयोध्या नगर, अवधपुरी, छोला, कजलीखेड़ा, बंजारी कोलार, कलियासोत, भेल दशहरा मैदान सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों व कालोनियों में पेट्रोल व पटाखों का सहारा लेकर रावण, कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतलों का दहन किया गया।रावण दहन के आयोजन शाम छह बजे से शुरू होने थे, जो आठ बजे तक आरंभ हो सके, तब कहीं जाकर रावण, कुंभकर्ण, मेघनाद के पुतलों का दहन हो सका। वर्षा तेज थी, इसलिए पुतलों को भींगने से बचाने के लिए कहीं तिरपाल डाली, कहीं पालीथीन डाली गई, लेकिन ऊंचाई अधिक होने से पुतलों को भीगने से नहीं बचाया जा सका। गुजराती समाज ने लिंक रोड-एक पर गुजराती भवन में दशहरा उत्सव मनाया। समाज के अध्यक्ष संजय भाई पटेल ने कहा कि आज असत्य पर सत्य की जीत हुई। सबको बधाई देता हूं। समाज के लोगों ने नशा न करने का संकल्प लिया। सामाजिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया। कोलार क्षेत्र में 105 फीट के रावण के पुतले का दहन हुआ। यहां बांदा, राजस्थान और मथुरा के कलाकारों द्वारा आसमानी और डिजिटल आतिशबाजी का प्रदर्शन किया गया। वहीं सलैया में टीवी मिमिक्री कलाकार ने कई फिल्म कलाकारों की आवाजें निकालकर लोगों को भरपूर मनोरंजन किया। टीटी नगर में हुए रावण दहन के आयोजन में मुख्य अतिथि के तौर पर राज्यपाल मंगुभाई पटेल और चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग मौजूद रहे। राज्यपाल पटेल ने कहा कि बारिश के बाद भी लोग बड़ी संख्या में यहां पहुंचे हैं, देखकर बहुत खुशी हुई।

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