नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया एक मुश्किल स्थिति में फंस चुके हैं। यह मुश्किल जाति जनगणना को लेकर है। पार्टी नेता राहुल गांधी इस जाति जनगणना का समर्थन कर रहे हैं और सिद्धारमैया उनके इस अभियान को लागू करने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन, अब यह उनके लिए ही मुसीबत बन गई है। जाति जनगणना की रिपोर्ट पर उनके अपने ही मंत्रिमंडल में मतभेद हैं। डेटा को लेकर भी कई सवाल उठाए जा रहे हैं। बीजेपी इस मुद्दे पर सरकार पर हमला कर रही है। लोगों में भी इस रिपोर्ट को लेकर शंका और संदेह भरे पड़े हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के लिए आगे कुआं और पीछे खाई वाली स्थिति बन गई है।
जाति जनगणना पर घिरी कर्नाटक सरकार
कर्नाटक की राजनीति में इन दिनों उथल-पुथल मची हुई है। कांग्रेस पार्टी और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया हर कदम सावधानी से रख रहे हैं। इसकी वजह है जाति जनगणना को लेकर उठा विवाद। राहुल गांधी इस जाति जनगणना का समर्थन कर रहे हैं और लगता है कि उन्हें ही खुश रखने के लिए सिद्धारमैया इसे जल्द लागू करने की कोशिश कर रहे हैं। राहुल गांधी 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले से ही जाति जनगणना को एक बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश में हैं। हालांकि, लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को इससे कोई खास फायदा नहीं हुआ। पार्टी सिर्फ 99 सीटें ही जीत पाई। फिर भी राहुल गांधी के एजेंडे को आगे बढ़ाने की कोशिश में सिद्धारमैया खुद ही मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं।










































