कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट को कुछ दिनों पहले ही अस्थायी रूप से सस्पेंड कर दिया गया था। ताजा खबर यह है कि अब माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ने नियमों के उल्लंघन का हवाला देते हुए कांग्रेस पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल को भी ब्लॉक कर दिया है। इससे पहले बुधवार रात कांग्रेस ने दावा किया कि पार्टी के मीडिया प्रमुख रणदीप सुरजेवाला सहित आधा दर्जन वरिष्ठ नेताओं के हैंडल को भी बंद कर दिया गया है। पार्टी की तरफ से कहा गया कि AICC महासचिव और पूर्व मंत्री अजय माकन, लोकसभा में पार्टी के व्हिप मनिकम टैगोर, असम प्रभारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुष्मिता देव के ट्विटर अकाउंट लॉक कर दिए गए हैं। दरअसल, राहुल गांधी ने दिल्ली रेप पीड़िता के फोटो को ट्वीट किया था। इसके बाद ट्विटर ने उनका अकाउंट बंद कर दिया। कांग्रेस नेताओं को यह रास नहीं आया और उन्होंने राहुल का समर्थन करते हुए उसी आपत्तिजनक फोटो को ट्वीट किया। अब ऐसे सभी नेताओं पर कार्रवाई हो गई। कांग्रेस का आरोप है कि ट्विटर सरकार के दबाव में ऐसा कर रही है।
पार्टी के संचार विभाग के प्रभारी एआईसीसी सचिव ने इस कार्रवाई के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और ट्विटर प्रमुख जैक डोरसी को दोषी ठहराया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है, “कांग्रेस ने अपना विरोध दर्ज कराया और सभी के साथ अन्याय होने पर लड़ाई जारी रखने का वादा किया। हम नहीं रुकेंगे।” उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया अकाउंट्स को लॉक करने से उनकी लड़ाई में कोई बाधा नहीं आएगी।
ट्विटर पर सरकार के दबाव में काम करने का आरोप
कांग्रेस ने ट्विटर पर सरकार के दबाव में काम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार के दबाव में आकर ट्विटर ने राहुल गांधी के अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई की है। इससे पहले, राहुल गांधी ने दिल्ली में कथित बलात्कार और हत्या की नौ वर्षीय पीड़िता के परिवार के साथ अपनी मुलाकात की तस्वीरें पोस्ट की थीं।
NCPCR के संज्ञान के बाद हुई कार्रवाई
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने तस्वीरों का संज्ञान लिया और ट्विटर को कांग्रेस नेता के खाते के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया क्योंकि तस्वीरें एक नाबालिग पीड़ित की गोपनीयता को उजागर कर रहीं थी, जो कि कानूनी रूप से गलत है। इसके बाद राहुल गांधी का अकाउंट सस्पेंड किया गया था।











































